Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • समय पर चिकित्सा नही मिलने से राजगढ़ में दो की मौत, एम्बुलेंस सड़क को लेकर एसडीएम को ज्ञापन
    • नशा तस्कर रवि कुमार को 11 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    • किरयाना की दुकान से 06 लीटर पकड़ी शराब
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Thursday, May 15
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»नशे की गर्त मैं जा रही है युवा पीढ़ी, धकेलने वालों की मौज
    हिमाचल प्रदेश

    नशे की गर्त मैं जा रही है युवा पीढ़ी, धकेलने वालों की मौज

    By adminawJuly 14, 2019
    Facebook WhatsApp

    नाहन। पड़ोसी पंजाब की तरह हिमाचल में भी युवा पीढ़ी को नशे का कीड़ा तेजी से काटने लगा
    है वही जो समाज विरोधी तत्व नशे के गुपचुप कारोबार में लिप्त है उनकी मौज है इनकी धर पकड़ के लिए कार्यवाही काजिमा जिन विभागों पर है उनकी सुस्ती या कहे नाकामयाबी से ही यह धंधा तेजी से फल फूल रहा है |

    राज्य में शिक्षक वर्ग तक सरेआम नशाखोरी करता देखा जा रहा है ऐसे में नशे की तरफ जा रही युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन करें भी तो कौन जनप्रतिनिधियों को तो यूं भी बहुत से काम है सूत्रों की माने तो दारू बाजी तो मामूली बात है राज्य के दूरदराज के इलाकों व खासकर उन जगहो मैं नशे के कारोबारी बेहद सक्रिय हैं जहां पर्यटकों का आना जाना अधिक है अथवा धार्मिक पर्यटन अधिक है तीर्थ स्थलों में जितना देवी देवताओं का गुणगान पूजा अर्चना हो रही है उससे अधिक नशीले पदार्थों का व्यवसाय शाम होते ही यह धंधा जोर पकड़ने लगता है |

    माल के नाम से यह चीजें अफरीदी इस्तेमाल की जाती हैं वही कोई दवाइयां भी नशे के लिए ली जाती है जोकि राज्य की फार्मा कंपनियों में बड़े पैमाने पर बनती हैं डॉक्टर की पर्ची के बिना जितना चाहो दवा विक्रेताओं के पास मिल जाती हैं सूत्रों के मुताबिक जो जिस तरह का नशा चाहता है यानी की जैसी लत है हिमाचल के कस्बा बाजारों यहां तक गांवो मैं भी उसी हिसाब से माल उपलब्ध है जिनसे निबटने उलझने का भी जोखिम पूर्ण होने से शांत प्रवृत्ति के लोक चुप रहने में ही भला समझते हैं वैसे राज्य में नशे के कारोबारियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले हम भी लेकिन इस बुराई के जड़ मूल उन्मूलन में कोई खास सक्रियता न दिखाने से ऐसे भलमानुष भी उद्देश्य प्राप्ति में सफल नहीं हो पा रहे हैं पैसे का बोल बाला है गुप्त सूचना के आधार पर कभी कभार नशे के धंधे का भंडाफोड़ होता भी है

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • समय पर चिकित्सा नही मिलने से राजगढ़ में दो की मौत, एम्बुलेंस सड़क को लेकर एसडीएम को ज्ञापन
    • नशा तस्कर रवि कुमार को 11 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.