शिमला। आबकारी एवं कराधान विभाग ने वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान 5860.63 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 6421.55 करोड़ रुपये एकत्रित किए हैं, जबकि इस वर्ष मई माह तक विभाग ने 1159.74 करोड़ एकत्रित किए हैं।
यह जानकारी प्रधान सचिव, आबकारी एवं कराधान संजय कुंडु की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में दी गई। इस बैठक में सभी क्षेत्रों और जिलों के अधिकारियों ने भाग लिया।
संजय कुंडु ने राजस्व लक्ष्यों को प्राप्त करने में विभाग के प्रदर्शन पर अपना सन्तोष व्यक्त किया तथा सभी ‘हेडस’ के तहत बकाया राशि को सरकारी खजाने में जमा करने के लिए विशेष अभियान आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सभी स्तरों पर कमियों को दूर करने के भी निर्देश दिए।
लम्बित बकाया राशि पर चिंता व्यक्त करते हुए, उन्होंने विभाग को राजस्व और टोल नीति को और अधिक प्रभावी और व्यावहारिक बनाने के लिए निर्देश दिए, ताकि अधिक राजस्व जुटाया जा सके। उन्होंने कहा कि आबकारी नीति में आवश्यक संशोधन करके इसे पर्यटक मित्र बनया जाना चाहिए तथा प्रदेश के लिए अर्जित होने वाले राजस्व का भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
बैठक में क्षमता निर्माण के लिए गहन और पर्याप्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि देश में उपलब्ध सर्वोत्तम प्रथाओं और मॉडलों का अनुकरण करने के लिए विभाग में ‘प्रोफैशनलिजम’ को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने माल एवं सेवा कर अधिनियम के तहत अधिक राजस्व जुटाने के लिए सक्रिय दृष्टिकोण अपनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विभाग के फिल्ड में कार्यरत अधिकारियों को कर वसूल करने के लिए विभिन्न सरकारी विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने पर भी बल दिया।
संजय कुंडु ने कहा कि विभाग को और सुदृढ़ किया जाएगा और ऐसी सभी सुविधाओं से लैस किया जाएगा जो प्रभावी और कुशल प्रशासन के लिए आवश्यक है ताकि पारदर्शिता और कुशल कामकाज के माध्यम से राजस्व को बढ़ाया जा सके।
