नाहन: हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दुबई में रोड शो के जरिए निवेशकों को आकर्षित करने का दायित्व निभा चुके हैं इससे राज्य को क्या कुछ हासिल होगा यह निकट भविष्य में भी शायद ठीक से पता ना लगे क्योंकि ऐसे रोड शो पहले भी हुए हैं और हर राज्य सरकार करती है लेकिन बाद में लीपापोती ज्यादा होती है प्रधानमंत्री मोदी भी खूब विदेशी दोरे करते आ रहे हैं निवेश व काला धन कितना आया है इसकी जानकारी पीo एमo ओo को भी नहीं है मांगने पर भी नहीं दी जाती |
दुबई में सड़क के यार रोड वाकई इस लायक होंगे कि उनका उपयोग शो के लिए संभव हो जो मजदूर भारत से यू ए ई आते जाते है उनसे बातचीत मैं जानकारी यही है कि वह सड़के काफी अच्छी हैं तथा हादसे हिमाचल की तरह तो नहीं होते वहां यूं भी रोड एक्सीडेंट सबसे बड़ा अपराध है | वाहन चालक बहुत संभलकर चलते हैं इसके विपरीत हिमाचल में सड़कों की दुर्दशा ज्यादा है जिन्होंने हिमाचल को आजादी के बाद सबसे ज्यादा जाना पहचाना है ऐसे बुजुर्ग अभी भी सिरमौर में मिल जाएंगे और उनसे चर्चा सड़कों पर हो तो जवाब यही सुनने को मिलता है की जितनी खराब सड़कें आज है पहले कभी नहीं रही है डॉक्टर वाईएस परमार ने सड़कों के जरिए राज्य में विकास का जो ताना-बाना बुना था बाद की सरकारें उसमें सुधार तो दूर उन्हें भी ठीक से संभाल नहीं पा रही है |
खस्ताहाल सड़कें हादसों की प्यासी बन गई है लोगों का सफर आसान करने की बजाय शौक में डूबा रही है आए दिन राज्य में हादसे हो रहे हैं इनमें सबक लेने सीखने में किसी की कोई दिलचस्पी नहीं है मशीनरी का जमाना है इसमें से पुरानी सड़कों की मरम्मत हो या नई सड़कों की खुदाई का काम राज्य में कछुआ चाल से जारी है हादसों वाली जगा चिन्हित की जाति रहती है लेकिन उन जगहों पर सड़कों को यातायात के सुरक्षित करने का रिकॉर्ड निराशाजनक है खटारा वाहन पुलिस प्रशासन जनप्रतिनिधियों सत्ता धारियों की मिलीभगत से मौत बनकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं और हादसों को न्योता देने में लगे हैं कुल्लू में हाल ही में हुए भीषण बस हादसे की वजह बस का पुराना होना ही सामने आया है जोकि चढ़ाई पर गियर नहीं बदल पाई और आगे बढ़ने की बजाय पीछे डांग से टकराकर गहरी खाई में जा गिरी राज्य के विभिन्न जिलों व खासकर सिरमौर में सड़कें अगर ठीक से बन भी रही है तो फिर टेलीफोन पानी शिविर आदि की लाइने बिछाने को उनकी फिर से बेरहमी से खुदाई शुरू कर दी जाती है और यह काम पूरा होने पर सड़क को मरम्मत किए बिना छोड़ दिया जाता है लोक निर्माण विभाग मुख दर्शक बना रहता है लोगों का कहना है कि ज्यादातर हादसे इस वजह से भी है क्योंकि सड़कें पहले ही संक्री हैं जो की खुदाई किए जाने से और सिकुड़ रही हैं जिन पर वाहन मुश्किल से निकल पाते हैं जरा सी चूक हो जाती है तो वाहन नियंत्रण से बाहर हो खाई में गिरने से नहीं बच पाते निर्दोष यात्रियों को इसकी कीमत जान देकर तो परिजनों को जीते जी शोक में डूब कर चुकानी पड़ती है