चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को सुखबीर सिंह बादल को पूर्व स्व. प्रधानमंत्री संबंधी बोले झूठ पर आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसा करके वह सिख भाईचारे को भडक़ाने और बाँटने की साजिश रच रहा है।
राजीव गांधी की 75वीं जन्म वर्षगांठ के मौके पर अकाली दल प्रधान द्वारा किये जा रहे झूठ प्रचार को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का नाम 1984 के दंगों के दौरान कहीं भी नहीं आया और न ही बाद में आया बल्कि यह झूठा प्रचार भाजपा और अकाली दल द्वारा सिख वोटरों को लुभाने के लिए उतावलेपन में किया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा और अकाली दल द्वारा लगातार इस मामले में झूठ बोलकर तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश करने की कोशिशें यह सिद्ध करती हैं कि 1984 में समकालीन प्रधानमंत्री और राजीव गांधी की माता इंदिरा गांधी की दुखदायी हत्या के बाद घटी घटनाओं के पीछे राजीव गांधी का कोई हाथ नहीं था। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उस समय के घटनाक्रम को याद करते हुए कहा कि राजीव गांधी उस समय दिल्ली में नहीं थे और उनको अपनी माता की हत्या की ख़बर पश्चिमी बंगाल में हवाई अड्डे पर रेडियो पर मिली थी (उस समय कोई मोबाइल आदि अन्य तो होते नहीं थे)। उन्होंने सुखबीर बादल को इस मामले पर बार-बार झूठ बोलकर पंजाब के लोगों को गुमराह करने के लिए भी निंदा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल अपने आप को सिख भाईचारे के हकों का रक्षक कहता है परन्तु वास्तविकता में उन्होंने अपने 10 साल के कार्यकाल के दौरान राज्य में सिखों के लिए कुछ नहीं किया बल्कि अकाली-भाजपा राज के दौरान पंजाब में बेअदबी की कई दुखदायी घटनाएँ घटीं जिनको रोकने और हल करने के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया। राजीव गांधी की जन्म वर्षगांठ के समय पर ही अकालियों द्वारा लगाए जाने वाले यह दोष सिफऱ् अपने किये कुकर्मों पर पर्दा डालने की एक कोशिश है।
मुख्यमंत्री ने अकाली दल को जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने के मामले पर घेरते हुए कहा कि इस मामले पर अकाली दल द्वारा समर्थन देना आनन्दपुर साहिब प्रस्ताव के सिद्धांतों का शर्मनाक उल्लंघन करना है। उन्होंने कहा कि कश्मीर घटनाक्रम पर समर्थन देकर अकाली दल ने सिद्ध कर दिया है कि उनको देश के संघीय ढांचे और इसके संविधान के फलसफे के प्रति कोई सत्कार नहीं है। उन्होंने कहा कि आनन्दपुर साहिब का प्रस्ताव देश में मज़बूत संघीय ढांचा कायम करने के लिए राज्यों को अधिक अधिकार देने की वकालत करता था।
प्रकाश सिंह बादल द्वारा इस मामले पर साधी चुप्पी के कारण कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सुखबीर बादल को पूछा कि अकाली दल अब आनन्दपुर साहिब के प्रस्ताव बारे अपना स्टैंड स्पष्ट करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अकालियों ने एस.वाई.एल. से लेकर 1984 के दंगों तक पंजाब के लोगों के हर भले की बात पर पंजाबियों को गुमराह करते हुए उनके साथ कदम-कदम पर धोखा किया है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सुखबीर बादल को चेतावनी देते हुए कहा कि उसके निरंतर झूठ बोलने के कारण ही उनकी पार्टी लोगों से दूर हो गई है और इसी कारण लोगों ने अकाली दल को राजसी तौर पर पहले ही नकार दिया है।
Breakng
- चरस तस्कर को दस साल का कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माना की सजा
- डीएवीएन पब्लिक स्कूल ददाहू में रेड क्रास डे पर प्रधानाचार्य ने प्रकाश डाला
- पाकिस्तान द्वारा साइबर हमलों के प्रयासों में वृद्धि को देखते हुए हिमाचल पुलिस ने नागरिकों को सर्तक रहने का आग्रह किया।
- उद्योग मंत्री पांवटा साहिब के राजपुरा में 13 मई को करेंगे ‘‘सरकार गांव के द्वार‘‘ कार्यक्रम की अध्यक्षता
- डीएवीएन पब्लिक स्कूल ददाहू में रेस प्रतियोगिता का आयोजन
- बिजली उपभोक्ता तुरंत बिल जमा कराए नहीं तो कनेक्शन कटे गा
Friday, May 9