
नाहन। उपायुक्त सिरमौर डॉ आरके परुथी ने कहा कि महत्वाकांक्षी जल शक्ति अभियान तभी कामयाब होगा जब इसमें सक्रिय तौर पर विभागीय सहभागिता और जन आंदोलन जुड़ेगा। उपायुक्त ने यह बात आज जलशक्ति अभियान की प्रगति की समीक्षा को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि इसरो से प्राप्त डिजिटल चित्रों के माध्यम से जल संग्रहण और संरक्षण को लेकर तैयार होने वाले स्ट्रक्चरों को लेकर व्यावहारिक तौर पर मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा सिरमौर जिले के नाहन विकास खंड को भूजल के लिहाज से स्ट्रेस्ड चिन्हित किया गया है। उन्होंने कहा कि नाहन विकासखंड के अलावा सिरमौर जिले की अन्य जगहों पर भी जलशक्ति अभियान के तहत कार्यों को अंजाम दिया जाएगा जहां भूजल स्तर या तो नीचे है या फिर वहां मौजूदा जल की उपलब्धता के संरक्षण और संवर्धन की आवश्यकता है। बैठक के दौरान इसरो के देहरादून स्थित इंडियन इस्टीच्यूट ऑफ रिमोट सैंसिंग से आई डा. पूनम ने उपायुक्त को सेटेलाईट से प्र्राप्त डिजिटल चित्रों का पैकिट भी सौंपा।
उन्होंने यह भी कहा कि कार्य योजना तैयार करते समय इस बात का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए कि किस क्षेत्र के लिए किस तरह की जल संरक्षण व संवर्धन पर आधारित स्ट्रक्चर उपयोगी साबित रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस योजना के तहत सिरमौर जिले में पुराने तालाबों और बावड़ियों के जीर्णोद्धार के कार्य भी किए जाएंगे ताकि जहां उन तालाबों और बावड़ियों में पानी की उपलब्धता बनी रहे वहीं उनके नीचे के पानी के स्त्रोतों को भी चार्ज किया जा सके। उपायुक्त ने कहा कि इस अभियान को गति देने में पंचायती राज प्रतिनिधियों की सबसे महत्वपूर्ण भागीदारी है। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि गांव स्तर पर व्यवहारिक जानकारी रखते हैं। उन्होंने इस बात की जरूरत पर भी जोर दिया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पानी की मितव्ययिता को लेकर भी जन जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है ताकि पानी व्यर्थ ना जाए। इसके लिए पंचायतों में जागरूकता बोर्ड की स्थापना भी की जानी चाहिए।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त प्रियंका वर्मा के अलावा डॉ पूनम, डॉ अशोक, विभिन्न विभागों के अधिकारी व पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।