शिमला। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने राष्ट्र के सामाजिक, आर्थिक और तकनीकी दृष्टि से सुधार की आवश्यकता पर बल दिया है, जिसके लिए युवाओं को आधुनिक तकनीकी शिक्षा और कौशल से निपुण बनाना आवश्यक है।
राज्यपाल आज यहां सतलुज जल विद्युत निगम द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
सीएसआर पहल के अंतर्गत सतलुज जल विद्युत निगम द्वारा राज्य में संचालित 2018-19 शैक्षणिक सत्र की कक्षा 12वीं के मेधावी विद्यार्थियों को ‘एसजेवीएन रजत जयंती छात्रवृत्ति योजना’ के तहत 87 मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्तियां प्रदान की गईं। इसके अतिरिक्त वर्ष 2019 की शेष 63 छात्रवृत्तियां एसजेवीएन के उत्तराखंड, बिहार, महाराष्ट्र और गुजरात कार्यालयों द्वारा प्रदान की जाएंगी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि एसजेवीएन न केवल ऊर्जा क्षेत्र में बहु प्रतिष्ठित संस्थान है, बल्कि समाज के लिए भी निस्वार्थ भाव से निरंतर कार्य कर रहा है। यह छात्रवृत्ति कार्यक्रम शिक्षा के क्षेत्र में निःसन्देह ही एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल है। उन्होंने कहा कि युवा देश की संपत्ति है।
उन्होंने विद्यार्थियों से कौशल विकास के साथ उच्च शिक्षा की तरफ आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों को वैज्ञानिक सोच विकसित करने तथा चरित्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की प्रेरणा दी।
सांस्कृतिक मूल्यों तथा ऐतिहासिक धरोहरों के संवर्द्धन के साथ-साथ आधुनिक सोच पर बल देते हुए श्री दत्तात्रेय ने कहा कि कम्प्यूटर, विज्ञान और डिजिटाईजेशन में भारत का विश्वभर में नाम है और अब चिकित्सा और कृषि के क्षेत्र में भी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि शिक्षा के क्षेत्र के अतिरिक्त एसजेवीएन स्थानीय विद्यार्थियों, किसानों एवं अन्य लोगों के कौशल विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने छात्रवृत्ति प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा का सही अर्थ संपूर्ण व्यक्तित्व विकास है, जो मानव विशेषताओं पर प्रकाश डालती है तथा मनुष्य को सभ्य, सजग एवं उदार बनाती है।
राज्यपाल ने कहा कि आज के दौर में लड़कियां हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। अधिकांश शिक्षण संस्थानों में पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में छात्राओं की संख्या अधिक रहती है जो प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी बेटियों को पढ़ने, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए और यह समाज का उत्तरदायित्व है कि उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान की जाए।
मेधावी विद्यार्थी जिन्होंने 12वीं कक्षा की परीक्षा अच्छे अंकों से उर्तींण की और जो इंजीनियरिंग, मेडिकल, कृषि जैसे अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश पा चुके हैं उन्हें दो हजार रुपये प्रति माह छात्रवृत्ति दी जा रही है।
निगम के अध्यक्ष एवं प्रबंधन निदेशक नंद लाल ने राज्यपाल को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि निगम अपने सामाजिक उत्तरदायित्व एवं अन्य सम्बन्धित पहलुओं का संचालन एसजेवीएनएल फाउंडेशन के माध्यम से करता है। वर्ष 2012 में इस फाउंडेशन ने सिल्वर जुबली मेरिट छात्रवृत्ति योजना विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने और उन्हें विभिन्न संकायों में उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित करने के लिए स्थापित किया था। उन्होंने कहा कि एसजेवीएनएल अपनी उपस्थिति वाले विभिन्न राज्यों में केन्द्रीय माध्यमिक बोर्ड, आईसीएसई और राज्य बोर्डों से 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों का चुनाव करता है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत अब तक 1537 मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किया जा चुका है। इनमें 828 छात्र और 709 छात्राएं शामिल हैं।
निदेशक कार्मिक गीता कपूर ने छात्रवृत्ति योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।
मुख्य महाप्रबंधक, मानव संसाधन विकास डी.पी. कौशल ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला मैहली के विद्यार्थियों ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
निदेशक विद्युत आर.के. बंसल, निदेशक सिविल एस.पी. बंसल सहित एसजेवीएनएल के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।