चंडीगढ़। हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य ने युवाओं का आहवान किया है कि वे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एन.सी.सी) व राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस) का प्रशिक्षण अवश्य प्राप्त करें ताकि वे अनुशासित युवा बनकर कुशल नेतृत्व प्रदान करने मे सक्षम हों।
श्री आर्य मंगलवार को एन.सी.सी के कैडेट्स तथा एन.एस.एस. के स्वयंसेवकों के सम्मान में आयोजित समारोह में बोल रहे थे। इस समारोह में एन.सी.सी. के उन सभी 32 कैडेट्स व एन.एस.एस. के नौ स्वयंसेवकों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने इस वर्ष 2020 में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित परेड व प्रधानमंत्री रैली में भाग लिया था, इनमें दस गल्र्स कैडेट्स भी शामिल हैं।
हरियाणा की एन.सी.सी. की इस टुकड़ी ने लगातार चौथी बार परेड में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह से एन.एस.एस के नौ स्वयंसेवकों को सम्मानित किया गया जिनमें चार गल्र्स स्वयंसेवक (वालन्टियर्स) शामिल हैं। इन्होने भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया। उन्होनें गणतंत्र दिवस परेड में एनएसएस की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाले हिसार (हरियाणा) के स्वयंसेवक चेतन गुप्ता को विशेष बधाई दी। उन्होनें कैडेट्स व स्वयंसेवकों को स्मृति चिन्ह के साथ-साथ 21-21 हजार रूपए की राशि का चैक प्रदान किया। उन्होंने सभी कैडेट्स व स्वयंसेवकों को 5100-5100 रूपए की अतिरिक्त राशि इनाम में देने की घोषणा की।
राज्यपाल श्री आर्य ने कहा कि राष्ट्रीय कैडेट कोर एन.सी.सी. का आदर्श ‘एकता एवं अनुशासन’ है, जबकि राष्ट्रीय सेवा योजना का आदर्श ‘मैं नही बल्कि आप’ है। ये दोनों संस्थाएं अपने आदर्शों पर कार्य कर युवाओं में राष्ट्र व समाज सेवा की भावना भरती हंै। इन संस्थाओं के कैडेट्स व स्वयंसेवक मानवता की सेवा करने के लिए रक्तदान, नेत्रदान का संकल्प लेते हैं। इसके साथ-साथ ये कैडैट्स दहेज उन्मूलन अभियान, एड्स जागरूकता अभियान तथा स्वच्छता अभियान जैसी गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेते हंै।
श्री आर्य ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी युवा शक्ति को चैनेलाइज कर सामाजिक कुरीतियों को दूर करते हुए समाज व राष्ट्र की प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। उन्होनें आश्वस्त किया कि राज्य सरकार भी राष्ट्रीय कैडेट कोर व राष्ट्रीय सेवा योजना की गतिविधियों को लोकप्रिय बनाने और उन्हें प्रोत्साहन देने का भरसक प्रयास करेगी। श्री आर्य अपने छात्र जीवन के अनुभव सांझा करते हुए कहा कि वे भी छात्र जीवन में स्काउट् व एनसीसी के कैडेट रहे हैं। इसी की वजह से उनके जीवन में जनसेवा की भावना उत्पन्न हुई और ताउम्र अनुशासित जीवन व्यतीत किया। युवाओं को भी चाहिए कि वे अनुशासित बनकर देश के जिम्मेवार नागरिक बने।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री श्री कंवरपाल ने सभी कैडेट्स व स्वयंसेवकों को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश के युवा कैडेट्स व स्वयंसेवी भविष्य में और ज्यादा संख्या में गणतंत्र दिवस समारोह में राज्य का प्रतिनिधित्व करेगें, जिससे प्रदेश का नाम रोशन होगा। उन्होनें कहा कि एन.सी.सी व एन.एस.एस को युवाओं में और अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश के युवाओं में राष्ट्रीय सेवा योजना को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा पांच राष्ट्रीय एकीकृत शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसका प्रारूप भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल मंत्रालय की गाईड लाईन के अनुसार होगा। इसी प्रकार से राज्य सरकार के खर्च पर ही स्वयंसेवकों के लिए दस एडवैंचर कैंप आयोजित होगें। उन्होनें यह भी कहा कि राज्य स्तरीय एनएसएस कैंप की तर्ज पर प्रदेश में विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्तर के स्वयंसेवकों के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर तथा दस जमा दो स्तर के एन एस एस स्वयंसेवकों के लिए जिला स्तरीय एन एस एस शिविरों का भी आयोजन किया जाएगा। इन सब शिविरों के खर्च का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
समारोह में राष्ट्रीय कैडेट कोर के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर श्री विजय मेहता ने एन.सी.सी. की गतिविविधयों का ब्यौरा देता हुए कहा कि एन.सी.सी. विश्व का सबसे बड़ा युवा संगठन है। यह देश में 17 निदेशालयों के तहत कार्य कर 15 लाख से भी अधिक युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा है।
समारोह में एन.एस.एस के क्षेत्रिय निदेशक डॉ. कमलकार ने एन.एस.एस. की गतिविविधयों का ब्यौरा दिया। उन्होनें कहा कि स्वयंसेवकों ने सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्रों में कुशल नेतृत्व प्रदान किया है। इस समय एन.एस.एस. से 40 लाख युवा जुड़े हंै। उन्होने आज सम्मानित हुए सभी युवाओं को बधाई दी।
इस अवसर पर राज्यपाल की सचिव डॉ. जी. अनुपमा व उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक श्री अजीत बालाजी जोशी सहित एनसीसी व एनएसएस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
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Saturday, May 10