Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    • चरस तस्कर को दस साल का कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माना की सजा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Saturday, May 10
    Himachal Varta
    Home»पंजाब»कृषि क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करे पंजाब राज्य सलाहकार काउंसिल : कैप्टन
    पंजाब

    कृषि क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करे पंजाब राज्य सलाहकार काउंसिल : कैप्टन

    By Himachal VartaFebruary 22, 2020
    Facebook WhatsApp

    चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब राज्य सलाहकार कौंसिल (पी.एस.ए.सी.) को कृषि और इससे जुड़े क्षेत्रों पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए कहा है ताकि कृषि आधारित आर्थिकता को और प्रफुल्लित किया जा सके। पी.एस.ए.सी. की दूसरी मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने अच्छी कार्य मुखी नीति तैयार करने की ज़रूरत की वकालत की जिससे फार्मा, आईटी, ऑटो क्षेत्रों में बड़े निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। राज्य में औद्योगिक विकास और परंपरागत कृषि के कारण कृषि क्षेत्र में आई रोजगार की रुकावट के मद्देनजऱ नौजवानों के लिए अन्य क्षेत्रों में रोजगार के मौके तलाशने पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि चरणबद्ध विविधीकरण के लिए समयबद्ध कार्य योजनाएँ तैयार करना ही समय की मांग है। मुख्यमंत्री ने तजुर्बेकारों को अपने अनुभव और विशेषज्ञता को इस्तेमाल करके राज्य सरकार की मदद करने की अपील की जिससे प्रशासकीय सुधारों हेतु तैयार की सभ्य रूपरेखा को लागू किये जाने के लिए सरकार और नागरिकों की भागीदारी को यकीनी बनाया जा सके।
    उन्होंने युवाओं को प्रगति के मार्ग पर डालने के लिए क्षमता निर्माण प्रोग्रामों और शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए भी सदस्यों से सुझाव माँगे जिससे युवाओं को राज्य की प्रगति का अभिन्न अंग बनाया जा सके। उन्होंने पी.एस.ए.सी. के सदस्यों को आपस में सभ्य तालमेल बनाकर काम करने और सफल सुझावों के लागू किये जाने को यकीनी बनाने के लिए भी मुख्य सचिव को कहा। इस मीटिंग के दौरान राज्य को पेश चुनौतियों और इनसे निपटने के लिए योग्य दृष्टिकोण अपनाए जाने सम्बन्धी भी विचार-विमर्श किया गया ताकि राज्य की पुरानी शान और पहचान को पुनर्जीवित करके राज्य को सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनाया जा सके।
    इस दौरान अमेरीका की हॉपकिंस यूनिवर्सिटी से प्रो. देवेश कपूर ने सरकार को अपनी मौजूदा चुनौतियों के साथ निपटने के लिए नीति और ढांचागत बदलाव अपनाने की ज़रूरत सम्बन्धी अपने विचार साझे किये जिसमें भूजल के स्तर में गिरावट, किसानों की आय में आ रही रुकावट और ज़रूरतों समेत आर्थिक विकास को तेज करने के लिए शहरी विकास पर और ज्यादा ध्यान केंद्रित किया गया।
    इस दौरान स्कूल शिक्षा, कृषि, युवा व्यस्तताओं और जिला प्रशासन के साथ जुड़े अलग-अलग पहलुओं पर भी विचार किया गया। सदस्यों ने राज्य को फिर से पैरों पर खड़ा करने और इसके पर्यटन को प्रफुल्लित करने सम्बन्धी संभावनाओं का लाभ उठाने की महत्ता पर भी ज़ोर दिया।
    जिक्र योग्य है कि पीएसएसी का गठन पिछले साल राज्य सरकार ने प्रशासन के अहम क्षेत्रों में बदलाव लाने और पंजाब के सर्वपक्षीय विकास की प्रक्रिया को तेज करने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता में किया गया था।
    मीटिंग में बोर्ड के मैंबर जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी (अमरीका) के प्रो. देवेश कपूर, रवी वेंकटेशन, टी नन्दा कुमार, यामिनी अय्यर और डॉ. ज्ञानेंद्र बडगैयान के अलावा मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार, मुख्य सचिव करण अवतार सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशासकीय सुधार विनी महाजन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, विशेष सचिव प्रशासकीय सुधार रवि भगत और डायरैक्टर प्रशासकीय सुधार परमिन्दर पाल सिंह उपस्थित थे।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.