शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि कुछ मीडिया और सोशल मीडिया द्वारा यह भ्रामक और तथ्यहीन समाचार फैलाया जा रहा है कि हिमाचल भवन चंडीगढ़ में आईएएस अधिकारी के बच्चे और रिश्तेदारों को ही आश्रय प्रदान किया जा रहा है और आम आदमी की अनदेखी की जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह समाचार आधारहीन और गुमराह करने वाला हैं। इनमें कोई भी सच्चाई नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हिमाचल भवन चंडीगढ़ में पांच लोग ठहरे हैं, इनमें से चंबा जिला के सलूणी से 26 वर्षीय प्रकाश वर्मा एजी ऑफिस चंडीगढ़ में सेवादार हैं। ऊना जिला के भटोली से 27 वर्षीय नरेश कुमार, किन्नौर जिला के टापरी से 30 वर्षीय सुमित, ऊना जिला के अंब से 26 वर्षीय स्वरांजलि और कांगड़ा जिला के धर्मशाला से 37 वर्षीय प्रिया शर्मा हैं।
उन्होंने कहा कि मीडिया के एक विशेष वर्ग में एक लड़की को आईएएस अधिकारी की बेटी दिखाया गया है, वह निजी क्षेत्र में लीगल ऐग्जिक्यूटिव के रूप में कार्य कर रही है। उसके पिता का दो वर्ष पूर्व देहांत हो चुका है और उसकी मां गृहिणी है। उसकी रिश्तेदारी में भी कोई आईएएस अधिकारी नहीं है।
मीडिया के एक विशेष वर्ग में प्रसारित किया जा रहा यह समाचार पूर्णतः तथ्यहीन और भ्रामक है और इसके माध्यम से लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार हिमाचल भवन चंडीगढ़ द्वारा चंडीगढ़ में फंसे सभी हिमाचल के लोगों व छात्रों की देखभाल और उनकी सहायता सुनिश्चित की जा रही है।
Breakng
- राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान मंदिर में डा बिंदल द्वारा यज्ञ का आयोजन
- आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
- आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
- केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
- मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
- चरस तस्कर को दस साल का कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माना की सजा
Sunday, May 11