स्पेशल बसों के माध्यम से घरों तक नि:शुल्क पहुंचाया गया
होशियारपुर की प्रीति व मिथिलेश पहुंचे अपने-अपने घर
पंजाब सरकार लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे अपने नागरिकों की घर वापसी के लिए गंभीर: डिप्टी कमिश्नर
विद्यार्थियों व उनके परिजनों ने पंजाब सरकार का धन्यवाद किया
होशियारपुर/चंडीगढ़। अपने-अपने घरों से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए राजस्थान के कोटा गए होशियारपुर के दो विद्यार्थी गत रात्रि सकुशल अपने घर वापिस आ गए हैं। बच्चों की वापसी पर जहां वे अपने परिवार के साथ खुश है वहीं वह और उनके माता-पिता ने पंजाब सरकार का धन्यवाद किया, जिनकी पहल पर आज दोनों ही बच्चे अपने परिवार वापिस आ पाए हैं।
डिप्टी कमिश्नर श्रीमती अपनीत रियात ने कहा कि लॉकडाउन के चलते पंजाब सरकार अन्य राज्यों में फंसे अपने नागरिकों की घर वापसी के लिए गंभीर है, जिसका नतीजा है कि आज जिले के दो विद्यार्थियों को कोटा से वापिस उनके घर पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पहले सिविल अस्पताल लाया गया जहां उनके स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें उनके घर पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा तख्त श्री हजूर साहिब में फंसे होशियारपुर जिले के श्रद्धालुओं को भी वापिस लाने के लिए बसें श्री हजूर साहिब पहुंच गई है और उनको भी जल्द उनके घरों में पहुंचा दिया जाएगा।
कोटा में मैडिकल की कोचिंग लेने गई होशियारपुर की प्रीति व आई.आई.टी. की ट्रेनिंग लेने गए मिशलेश कुमार गुप्ता ने कहा कि वे 26 अप्रैल को दोपहर बाद कोटा से होशियारपुर के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने बताया कि पूरे रास्ते में उनका खास ध्यान रखा गया उनको जहां उनके घरों तक नि:शुल्क पहुंचाया गया वहीं रास्ते में उन्हें समय-समय पर भोजन भी मुहैया करवाया गया। उन्होंने पंजाब सरकार का आभार जताते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में सरकार ने कोटा में फंसे पंजाब के सभी विद्यार्थियों को उनके घर वापिस पहुंचाने का जो प्रयास किया है वही प्रशंसनीय कार्य है।
मिथिलेश कुमार गुप्ता ने कहा कि वह पिछले वर्ष मई में कोटा में आई.आई.टी. की कोचिंग लेने गया था और इस वर्ष 8 जनवरी को होशियारपुर आया था और 15 को वापिस कोटा चला गया था। कोचिंग लेने के दौरान ही देश भर में लॉकडाउन के चलते वह वहीं फंस गया और वापिस होशियारपुर नहीं आ सका। इस दौरान कोचिंग इंस्टीट्यूट के संपर्क में था, जिनसे उन्हें पता चला कि पंजाब सरकार ने अपने विद्यार्थियों को घर वापिस भेजने के लिए बसों का प्रबंध किया है और आज वह वापिस अपने घर आ पाए हैं।
प्रीति ने कहा कि वह कोटा में मैडिकल की कोचिंग के लिए पिछले वर्ष मई में आई थी और उसके बाद उसका होशियारपुर आना नहीं हुआ। प्रीति ने कहा कि लॉकडाउन के बाद वह कोटा में ही फंस गई, जिसके बाद घर वाले काफी चिंतित थे लेकिन पंजाब सरकार ने एक बेहतरीन पहल करते हुए उस जैसे सैंकड़ों छात्रों को घर वापिस भेजने के लिए जो प्रयास किया है, उसके लिए वह सरकार की हमेशा आभारी रहेंगी।
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Sunday, May 11