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    Home»चण्डीगढ़»पंजाब में 2 मई तक 20000 आर.टी. -पी.सी.आर कोविड टैस्टों का मील पत्थर स्थापित, एक सप्ताह में प्रति मिलियन टैस्ट किये दोगुणे
    चण्डीगढ़

    पंजाब में 2 मई तक 20000 आर.टी. -पी.सी.आर कोविड टैस्टों का मील पत्थर स्थापित, एक सप्ताह में प्रति मिलियन टैस्ट किये दोगुणे

    By Himachal VartaMay 3, 2020
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    चंडीगढ़। पंजाब सरकार ने शनिवार को कोविड के खि़लाफ़ अपनी लड़ाई में एक मील पत्थर स्थापित किया, जिसके अंतर्गत आर.टी. -पी.सी.आर टैस्टों ने कुल 20,000 का संख्या पार कर लिया, यहाँ तक कि राज्य ने आने वाले दिनों में और लैबें और टेस्टिंग सहूलतें शामिल करने की तैयारी भी कर ली है।
    डाक्टरी शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने राज्य में एक दिन में टैस्टों के सामथ्र्य को 1500 तक बढ़ाने में सहायता की है, जिसको मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मई महीने के अर्ध तक रोज़मर्रा के 6000 आर.टी. -पी.सी.आर कोविड टेस्टिंग करने की हिदायत की गई है क्योंकि आने वाले दिनों में प्रवासियों और अन्य पंजाबियों की घर वापसी की उम्मीद है।
    अतिरिक्त मुख्य सचिव विनी महाजन (उद्योग एवं वाणिज्य और डी.जी.आर एंड पी.जी) ने इस सम्बन्धी और ज्यादा जानकारी देते हुये बताया कि राज्य ने 25 अप्रैल तक 10,000 नमूने जांच लिए थे और इसके बाद 7 दिनों में 2 मई तक 10,000 और टैस्ट करके कुल 20,000 टैस्ट सफलतापूर्वक कर लिये हैं।
    श्रीमती महाजन ने कहा कि राज्य में टेस्टिंग सामथ्र्य को और बढ़ाने के लिए भारत सरकार को बरनाला, रूपनगर, लुधियाना और होशियारपुर में जि़ला अस्पतालों में 4 नयी लैबें स्थापित करने का प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा 15 ट्रूनाट मशीनें खरीदने का प्रस्ताव भेजा गया है और राज्य पटियाला और फरीदकोट में सी. बी. नाट टेस्टिंग शुरू करने संबंधी भी विचार कर रहा है।
    स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने निगरानी बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य भर के जि़ला अस्पतालों (डी.एच.), सब-डिविजऩल अस्पतालों (एस.डी.एच.), कम्युनिटी स्वास्थ्य केन्द्रों (सी.एच.सीज़.) और प्राथमिक हैल्थ सैंटरों (पी.एच.सीज़.) में 225 फ्लू कार्नर स्थापित किये हैं। इनमें से राज्य के 225 फ्लू कार्नर, 22 डीएच फ्लू कार्नर, 41 एसडीएच, 45 सीएचसीज़ और 3पीएचसीज़ आर.टी -पी.सी.आर. टेस्टिंग के लिए नमूने इकठ्ठा कर रहे हैं।
    श्रीमती महाजन ने आगे कहा कि जांच की सुविधा के लिए मैडीकल अफ़सरों /मल्टी -पर्पज़ हैल्थ वर्करों /स्टाफ नर्सों समेत 379 रैपिड रिस्पांस टीमों (आर.आर.टी.) को तैनात किया गया है जिससे घर -घर जाकर इनफ्लूएंजा जैसे लक्षणों (आई.एल.आई.) या गंभीर साँस की बीमारी की सक्रियता से निगरानी और पहचान की जा सके। राज्य में नवीन परीक्षण तकनीकों जैसे कि मोबाइल सैंपल कोलैक्टिंग क्योसक, पूल टेस्टिंग आदि का प्रयोग किया जा रहा है और 30 अप्रैल तक 30,5788 पूल्ड नमूनों की जांच की गई थी।
    समूह मैडीकल कर्मचारियों को नमूना एकत्रित करने की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए उचित प्रशिक्षण दिया गया है। उनकी पूरी सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए सभी स्वास्थ्य देखभाल कामों के लिए सभी ज़रुरी सुरक्षात्मक सामग्री जैसे कि पीपीइ किट्टस /एन 95 मास्क प्रदान किये गए हैं।
    श्रीमती महाजन, जोकि कोविड -19 सम्बन्धी प्रशासनिक गतिविधियों के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग और मैडीकल शिक्षा और अनुसंधान विभाग की सहायता और मार्गदर्शन के लिए सरकार द्वारा बनाई गये हैल्थ सैक्टर रिस्पांस एंड प्रोक्योमैंट कमेटी (एचऐआरपीसी) के प्रमुख हैं, ने कहा कि सभी स्वास्थ्य देखभाल कर्मचारी की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाए जा रहे हैं। 28 अप्रैल को स्टाक में 26697 पीपीइ किटें और 85709 एन-95 मास्क थे। जि़क्रयोग्य है कि राज्य की ज़रूरतों को पूरा करने में भारत सरकार से मंज़ूरशुदा 4 एन 95 मास्क और 22 पीपीइ किट निर्माता राज्य में काम कर रहे हैं।
    कमेटी के अन्य सदस्यों में अनिरुद्ध तिवारी प्रमुख सचिव वित्त, अनुराग अग्रवाल प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, डी.के. तिवाड़ी प्रमुख सचिव डाक्टरी शिक्षा और अनुसंधान; राहुल कुमार एम.डी. एन.एच.एम.,रवि भगत प्रमुख सचिव डीजीआर एंड पीजी, मैडीकल माहिर डा के. के. तलवाड़, पंजाब सरकार के मैडीकल ऐजूकेशन एंड हैल्थ के सलाहकार (पूर्व डायरैक्टर पीजीआइ चंडीगढ़); डा राज बहादुर वी. सी. बाबा फऱीद यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंसेज़ और डा राजेश कुमार (पूर्व विभाग प्रमुख एसपीएच पीजीआइ) शामिल हैं।
    सैंटर फॉर पॉलिसी रिर्सच, क्लिंटन हैल्थ एक्सैस इनीशीएटिव और विश्वव्यापी माहिर राज्य में टेस्टिंग सामथ्र्य को बढ़ाने के लिए नीति तैयार करने के अलावा राज्य के लिए वैज्ञानिक टेस्टिंग रणनीति तैयार करने के लिए कमेटी के साथ काम कर रहे हैं।
    इसके अलावा, निरीक्षण और निगरानी कमेटियां स्थापित की गई हैं और यह कमेटियाँ मैडीकल कॉलेजों से स्तर 2 और स्तर 3 कोविड -19 देखभाल सहूलतों के लिए काम कर रही हैं।
    जि़क्रयोग्य है कि राज्य में कोविड केयर सेंटरों में कम गंभीर मरीज़ों के लिए 28340 बैड वाली 85 सुविधाओं की पहचान की गई है और इनको स्वास्थ्य विभाग से डाक्टरी सहायता मिलेगी। पहले पड़ाव में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्तर 2 की सहूलतें के अधीन 3000 बैड दिए गए हैं। दूसरे पड़ाव में लेबल 2 के अंतर्गत 2000 और बैड दिए जाएंगे। इसी तरह कोविड की ज़रूरतों के लिए 387 आईसीयू /एचडीयू बैड और 131 वेंटिलेटर बैड रखे गए हैं।

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