फैक्ट्रियों, दूध और दवाओं पर नहीं है कंप्लीट लॉक डाउन के आदेश
नाहन। जिला सिरमौर प्रशासन के द्वारा रविवार को पहले से ही कंप्लीट लॉक डाउन किए जाने की अधिसूचना जारी की गई है। मगर इस अधिसूचना में तमाम उद्योग और उनमें जो कामगार के लाने ले जाने की व्यवस्था की गई है वह बरकरार रहेगी। जबकि दूध, दवा को छोड़कर सभी विपणन संस्थान बंद रहेंगे। यही नहीं सुबह जो 5:30 से 7:00 तक का समय मॉर्निंग वॉक के लिए रखा गया है वह भी प्रतिबंधित रहेगा।
इसके साथ-साथ जिला प्रशासन ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंस और मुंह पर मास्क जरूर लगाएं। उन्होंने बताया कि लापरवाही करने वाले के साथ सख्त रवैया अख्तियार किया जाएगा। वही जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में एक दवा उद्योग की महिला कर्मचारी की निजी लैब से कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उसका सैंपल कलेक्ट कर कसौली लैब में भेज दिया गया है।
यह भी बता दें कि पांवटा साहिब के सूरजपुर स्थित जिस निजी अस्पताल में कथित कोरोना पॉजिटिव मामला आया है उस क्षेत्र में शाम को आने वाली रिपोर्ट के बाद क्या व्यवस्था रहेगी इस को लेकर प्रशासन अपना होमवर्क लगभग कंप्लीट कर चुका है।
अब यदि कथित युवती का कोरोना टेस्ट सरकारी लैब से भी पॉजिटिव आ जाता है तो अस्पताल सहित जिस फैक्ट्री में वह कार्यरत थी उसको सील भी किया जा सकता है। सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि जिस निजी अस्पताल में कथित युवती का कोरोना टेस्ट किया गया है क्या वह हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग से कोरोना टेस्ट के लिए मान्यता प्राप्त था या नहीं।
अब यदि उसके पास इस टेस्ट को करने की मान्यता थी भी इस सुविधा के बारे में उसने स्थानीय प्रशासन को क्यों नहीं सूचित किया था। बरहाल इस 25 वर्षीय युवती व उसकी रूम पार्टनर की सरकारी लैब से यदि टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है तो निश्चित ही जिला सिरमौर का माहौल एक बार फिर से टाइट हो सकता है। तो वही इन उद्योगों को लॉक डाउन में चलाने की जो परमिशन दी गई है उस पर भी सवालिया निशान लगने शुरू हो सकते हैं।
इसकी मुख्य वजह भी बताई जा रही है कि कई उद्योगपति अभी भी एक स्टेट से दूसरे स्टेट में आ जा रहे हैं उधर जिला सिरमौर उपायुक्त डॉ आरके परुथी ने बताया कि रविवार को दवा और दूध को छोड़कर तमाम विपणन संस्थान बंद रहेंगे। फैक्ट्रियों के कामगारों के लिए जो पहले से गाइडलाइन जारी है वह सब वैसे ही रहेंगी।