Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    • चरस तस्कर को दस साल का कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माना की सजा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Saturday, May 10
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»शिमला»औद्योगिक क्षेत्र को प्रोत्साहन देने का खाका तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री ने औद्योगिक संघों से बैठक की
    शिमला

    औद्योगिक क्षेत्र को प्रोत्साहन देने का खाका तैयार करने के लिए मुख्यमंत्री ने औद्योगिक संघों से बैठक की

    By Himachal VartaMay 18, 2020
    Facebook WhatsApp

    शिमला। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के अंतर्गत 60 लाख तक के निवेश वाली परियोजनाओं में युवाओं को 25 प्रतिशत जबकि महिला उद्यमियों को 30 प्रतिशत निवेश उपदान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तीन वर्षों के लिए पांच प्रतिशत ब्याज उपदान भी प्रदान किया जाएगा।

    वह आज यहां कोरोना महामारी के दृष्टिगत औद्योगिक क्षेत्र को प्रोत्साहन और पुनः लाभ की स्थिति में लाने का खाका तैयार करने के लिए विभिन्न औद्योगिक संघों से बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र से मामला उठाया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत प्रदेश को इस शर्त में छूट दी जाए कि इस योजना का लाभ केवल उन्हीं उपक्रमों को मिलेगा, जिनमें 90 प्रतिशत या इससे अधिक कर्मचारी 15 हजार रुपये प्रतिमाह की दर से वेतन प्राप्त कर रहे हैं। इसके अलावा लाॅकडाउन की अवधि के दौरान वेतन की अदायगी इएसआईसी निधि से करने का आग्रह भी किया गया है।

    उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऊर्जा के मांग शुल्क को तीन महीने की अवधि के लिए टाल दिया है और राज्य विद्युत बोर्ड ने भी ऊजा बिलों के भुगतान की अवधि भी बिना लेट फीस के बढ़ाई गई है। राज्य सरकार ने आवश्यक सेवा प्रदाता उद्योगों की सुविधा के लिए लाॅकडाउन अवधि में कई कदम उठाए हैं।

    जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के उद्योगपतियों ने पीएम केयर्ज और एचपी एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड में अंशदान कर सरकार को हर संभव सहायता प्रदान की है। इसके अलावा उन्होंने जरूरतमंद लोगों को निशुल्क मास्क और भोजन की व्यवस्था भी की है। उन्हांेने कहा कि किसी ने भी इतने बड़े संकट की कल्पना नहीं की थी, लेकिन सामूहिक प्रयासों से हम इस महामारी का सफलतापूर्वक सामना कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी और सशक्त नेतृत्व के कारण हमारे देश में ज्यादातर विकसित देशों के मुकाबले कोविड-19 के मामले काफी कम है। उन्होंने कहा कि चुनौतियां हमें अवसर भी प्रदान करती हैं और हमें इन चुनौतियों को स्वीकार कर इन्हें अवसरों में बदलने के लिए आगे आना चाहिए।

    उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा घोषित आत्मनिर्भर भारत पैकेज स्वतंत्र भारत का सबसे बड़ा आर्थिक पैकेज है, जिसका लक्ष्य कोविड-19 महामारी से निपटने के बाद एक स्वावलंबी और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है। उन्होंने कहा कि देश में केवल दो माह की अल्पावधि में लगभग 300 औद्योगिक इकाइयों ने पीपीई किटों का उत्पादन किया है, जबकि इससे पहले हम पूर्णतः चीन पर निर्भर थे। यह चुनौती को अवसर बनाने का एक बेहतरीन उदाहरण है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रम क्षेत्र इस महामारी के कारण सर्वाधिक प्रभावित हुआ है और हिमाचल प्रदेश में भी लगभग 90 प्रतिशत उद्योग इस श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इन औद्योगिक इकाइयों को फिर से लाभ की स्थिति में लाने के लिए केंद्र सरकार के पैकेज का अधिकाधिक लाभ उठाया जाना चाहिए। उन्होंने उद्योगपतियों को आश्वासन दिया कि उनके द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा।

    जय राम ठाकुर ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र प्रदेश के विकास एवं उन्नति में बहुत बड़ा योगदान दे रहा है। सरकार सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रमों को औद्योगिक नीति-2019 के अंतर्गत कई प्रोत्साहन प्रदान कर रही है, जिनमें भूमि की कीमत पर दर अथवा प्रीमियम में 50, 60 व 70 प्रतिशत की छूट, स्टाम्प ड्यूटी और पंजीकरण शुल्क में 50 प्रतिशत, 30 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की छूट तथा विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने और स्वीकृतियां प्राप्त करने में छूट शामिल हंै।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु और मध्यम उपक्रमों के फंड की आवश्यकता के अनुरूप 50 हजार करोड़ रुपये का आर्थिक प्रोत्साहन दिया गया है। इससे नई ऐसी इकाइयां स्थापित करने के इच्छुक लोगों को जहां प्रोत्साहन मिलेगा, वहीं जिन्हंे नुकसान हुआ है, उन्हें भी अतिरिक्त ऋण लेने की सुविधा मिलेगी।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि एमएसएमई को बिना गारंटी ऋण देने के लिए तीन लाख करोड़ रुपये की राशि प्रावधान किया गया है जिसे चार साल की अवधि के लिए दिया जाएगा और सरकार द्वारा इसकी शत-प्रतिशत गारंटी दी जाएगी। इन ऋणों की मूल राशि को वापस करने के लिए एक साल तक की छूट दी जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन प्रोत्साहन प्रावधानों से राज्य में एमएसएमई को बड़े पैमाने पर बढ़ावा मिलेगा।

    जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्र्तगत पात्र उपक्रमों के ईपीएफ खातों में नियोक्ता के 12 प्रतिशत और 12 प्रतिशत ही कर्मचारी अंशदान का भुगतान किया जा रहा है। पहले इस इन्सेन्टिव का प्रावधान मार्च, अप्रैल और मई, 2020 माह के लिए किया गया था जिसे अब अगस्त, 2020 तक बढ़ा दिया गया है।

    उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित उद्योगों को फिर से लाभ की स्थिति में लाने के लिए हर संभव सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि हम केंद्र सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का अधिकतम लाभ कैसे उठा सकते हैं।

    निदेशक उद्योग हंसराज शर्मा ने इस अवसर पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी।

    विभिन्न औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों ने अपने मुद्दे उठाए और महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।

    मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग मनोज कुमार सहित प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

     

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.