नाहन। पिता की मौत के बाद अनाथ हुए 12 वर्षीय दीपक सिंह को गोद लेने के लिए कई दंपति पांवटा पहुंच रहे हैं इसमें गिरिपार का एक ऐसा दंपति भी शामिल है, जिसने जवान बेटे को एक हादसे में खो दिया था। कुछ ऐसे परिवार और दंपति भी पहुंच रहे हैं, जो बच्चे की बेहतर ढंग से परवरिश करने में सक्षम हैं। हालांकि, प्रशासन कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहता है।
तहसीलदार का कहना है कि सभी औपचारिकताओं के बाद ही बच्चे को गोद देने का कोई भी फैसला लिया जाएगा। पिछले कई वर्षों से नेपाल के मूल निवासी मान सिंह पांवटा के देवीनगर वार्ड-11 में अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ रहते थे। शनिवार को मान सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके बाद बच्चा अनाथ हो गया है। पांवटा एसवीएम स्कूल की प्रधानाचार्य आरती पराशर ने कहा कि स्कूल प्रबंधन कमेटी अध्यक्ष भोलेश्वर बंगवाल और प्रबंधक पवन वर्मा समेत समिति ने अनाथ हुए दीपक सिंह को 12वीं तक मुफ्त शिक्षा प्रदान करने का फैसला लिया है।
उधर, तहसीलदार पांवटा कपिल तोमर ने कहा कि एक गिरिपार और एक पांवटा के दंपति ने बच्चे को गोद लेने के लिए संपर्क किया है। गिरिपार से पहुंचे दंपति ने एक हादसे में नौजवान बेटा खो दिया था। कानूनन सभी औपचारिकताओं के बाद ही बच्चे को गोद दिया जा सकेगा।