नाहन। रासूमांदर क्षेत्र के देवठी मंझगांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में सांईस ब्लॉक का निर्माण कार्य पिछले पांच वर्षों से अधूरा पड़ा है जिस कारण इस दूरदराज क्षेत्र के बच्चे विज्ञान विषय की पढ़ाई करने से महरूम है। बता दें कि वर्तमान में इस स्कूल में कोई भी सांईस स्टूडेंट नहीं है । स्कूल में लैब न होने के कारण सांईस विषय की पढ़ाई के लिए सोलन अथवा शिमला जाना पड़ता है । इस सांईस ब्लॉक का निर्माण कार्य पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 2016 में आरंभ किया गया था जिसकी आधारशिला पूर्व विधानसभा अध्यक्ष जीआर मुसाफिर ने रखी थी । दिसंबर 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान प्रदेश में ंसरकार बदल गई और उसके उपरांत इस सांईस ब्लॉक का निर्माण कार्य अधर मे ंलटक गया था । 
देवठी मझगांव के जाने माने साहित्यकार विद्यानंद सरैक, जातीराम कमल, सोमदत शर्मा सहित अनेक लोगों द्वारा लोक निर्माण विभाग की लापरवाही बारे कड़ी आपति जताई गई है । इनका कहना है कि इस सांईस ब्लॉक के निर्माण के लिए पूर्व सरकार द्वारा एक मुश्त करीब 40 लाख की राशि उपलब्ध करवाई थी परतंु ठेकेदार द्वारा बीच में ही इस कार्य को अधूरा छोड़ा गया था और विभाग द्वारा आजतक इस अधूरे भवन को पूरा करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं । स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को दलगत राजनीति से उपर उठकर कार्य करना चाहिए ताकि राजनैतिक कारणों से बच्चों का भविष्य ताक पर न लगे। स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य गोविन्द वल्लभ शर्मा के अनुसार सांईस लैब न होने के कारण इस क्षेत्र के बच्चे सांईस पढ़ने के लिए 80 किलोमीटर दूर सोलन अथवा शिमला जाते है ।
अधीशासी अभियंता लोक निर्माण राजगढ़ नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि ठेकेदार को कार्यालय बुलाया जाएगा और उसे इस कार्य को शीघ्र पूरा करने को कहा जाएगा । इनका कहना है कि इस अधूरे भवन को पूरा करने के लिए धनराशि विभाग के पास उपलब्ध है ।

देवठी मझगांव के जाने माने साहित्यकार विद्यानंद सरैक, जातीराम कमल, सोमदत शर्मा सहित अनेक लोगों द्वारा लोक निर्माण विभाग की लापरवाही बारे कड़ी आपति जताई गई है । इनका कहना है कि इस सांईस ब्लॉक के निर्माण के लिए पूर्व सरकार द्वारा एक मुश्त करीब 40 लाख की राशि उपलब्ध करवाई थी परतंु ठेकेदार द्वारा बीच में ही इस कार्य को अधूरा छोड़ा गया था और विभाग द्वारा आजतक इस अधूरे भवन को पूरा करने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं । स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार को दलगत राजनीति से उपर उठकर कार्य करना चाहिए ताकि राजनैतिक कारणों से बच्चों का भविष्य ताक पर न लगे। स्कूल के कार्यकारी प्रधानाचार्य गोविन्द वल्लभ शर्मा के अनुसार सांईस लैब न होने के कारण इस क्षेत्र के बच्चे सांईस पढ़ने के लिए 80 किलोमीटर दूर सोलन अथवा शिमला जाते है ।
अधीशासी अभियंता लोक निर्माण राजगढ़ नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि ठेकेदार को कार्यालय बुलाया जाएगा और उसे इस कार्य को शीघ्र पूरा करने को कहा जाएगा । इनका कहना है कि इस अधूरे भवन को पूरा करने के लिए धनराशि विभाग के पास उपलब्ध है ।