
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हिमाचल कभी भी डा. परमार के योगदान को भुला नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि डा. परमार के लिए सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके दिखाए गए मार्ग पर ईमानदारी के साथ चलें और प्रदेश के लिए जो सपना उन्हांेने देखा था उसे साकार करने के लिए हम सभी को मिलजुल कर कार्य करना होगा।
इस अवसर पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक नाहन डॉ0राजीव बिंदल ने उनकी प्रतिमा को श्रद्धा सुमन भेंट करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की नीवं रखने में डॉ0परमार की महत्वूपर्ण भूमिका रही है और हिमाचल कि युवा पीढ़ी को उनके बताए रास्तों पर चलकर उनके गुणों को आत्मसाद कर हिमाचल को श्रेष्ठ राज्य बनाने का प्रयास करना चाहिए।
