Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • समय पर चिकित्सा नही मिलने से राजगढ़ में दो की मौत, एम्बुलेंस सड़क को लेकर एसडीएम को ज्ञापन
    • नशा तस्कर रवि कुमार को 11 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    • किरयाना की दुकान से 06 लीटर पकड़ी शराब
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Wednesday, May 14
    Himachal Varta
    Home»चण्डीगढ़»पंजाब कैबिनेट द्वारा कोविड संकट के कारण आए वित्तीय घाटे पर गहरी चिंता ज़ाहिर
    चण्डीगढ़

    पंजाब कैबिनेट द्वारा कोविड संकट के कारण आए वित्तीय घाटे पर गहरी चिंता ज़ाहिर

    By Himachal VartaAugust 26, 2020
    Facebook WhatsApp

    भारत सरकार से कठिन समय में राज्य की मदद के लिए मुआवज़ा मांगा

    चंडीगढ़। कोविड महामारी और लॉकडाऊन के निष्कर्ष के तौर पर राज्य सरकार को पड़े बड़े राजस्व घाटे का हवाला देते पंजाब कैबिनेट ने मंगलवार को भारत सरकार से राज्य की कठिन समय में मदद के लिए उचित मुआवज़े की माँग की।
    महामारी के चलते वित्तीय स्थिति की समीक्षा करते हुये मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता अधीन कैबिनेट के ध्यान में आया कि साल 2020 -21 की पहली तिमाही में राजस्व संग्रह में आई गिरावट चालू पूरे वित्तीय साल के अनुमानित घाटे को देखते हालत बहुत गंभीर हैं।
    वित्त विभाग की तरफ से कैबिनेट के आगे पेशकारी देते हुये बताया गया कि अप्रैल-जून 2020 के दौरान राज्य के अपने टैक्स एकत्रित करने में कुल 51 प्रतिशत की गिरावट आई है और इस समय के दौरान बजट अनुमानों के मुकाबले अकेला जी.एस.टी. का घाटा 61 प्रतिशत है। इस तिमाही में जी.एस.टी. और वैट राजस्व एकत्रित करने में इकट्ठे 54 प्रतिशत की गिरावट आई। अप्रैल -जून तिमाही के दौरान कुल राजस्व प्राप्तियों में 21 प्रतिशत गिरावट आई है।
    मंत्रीमंडल ने आगे चिंता ज़ाहिर करते हुये इस बात पर ध्यान दिया कि राज्य के ग़ैर टैक्स राजस्व एकत्रित करने के मामले में वित्तीय साल 2020 -21 की पहली तिमाही के बजट अनुमानों के मुकाबले 68 प्रतिशत का घाटा है। यह आंकड़े आई.एफ.एम.एस. (अकाउँटैंट जनरल पंजाब की तरफ से अब तक हासिल हुए) प्राप्त शुरुआती अनुमानों के अनुसार हैं।
    कैबिनेट ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुये इस बड़े घाटे की भरपायी के लिए केंद्र से वित्तीय सहायता की माँग की। मंत्रीमंडल ने यह भी ध्यान लाया कि राजस्व घाटा न सिफऱ् कोविड के खि़लाफ़ जंग पर बुरा प्रभाव डालेगा जो इस समय पर राज्य में अपने पूरे शिखर पर है बल्कि वेतनों की अदायगी समेत रुटीन के खर्चों के अलावा राज्य सरकार की मुख्य स्कीमों और प्रोग्रामों को लागू करने में भी रुकावट बनेगा।
    मंत्रीमंडल ने महसूस किया कि भारत सरकार को मौजूदा संकट में से पंजाब को निकालने के लिए लाजि़मी वित्तीय सहायता देने की ज़रूरत है।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • समय पर चिकित्सा नही मिलने से राजगढ़ में दो की मौत, एम्बुलेंस सड़क को लेकर एसडीएम को ज्ञापन
    • नशा तस्कर रवि कुमार को 11 साल की कैद और एक लाख का जुर्माना
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.