आस्था स्थलों में शामिल चूड़धार सरांय का कार्य प्रगति पर
नाहन। हिमाचल के प्रमुख आस्था स्थलों में शामिल चूड़धार में यात्री सरांय का निर्माण कार्य प्रगति पर है। शिरगुल महाराज मंदिर परिसर में मौजूद उक्त सरांय की छत तैयार हो चुकी है। अब डिजाइन व चादर का कार्य बचा है।
गौरतलब है कि इस सीजन में चूड़धार में रिकॉर्ड तोड़ बर्फ गिरी थी, जिसके चलते श्रदालुओं के लिए बनी सराह को काफी क्षति पहुंची थी। छत भारी बर्फबारी से पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई थी।
इसके अलावा डेढ़ दर्जन शौचालय, यात्रियों को दिए जाने वाले कंबल आदि भी क्षतिग्रस्त हुए थे। भारी हिमपात से समिति को लाखों रुपये की चपत भी लगी थी। इस बार कोरोना महामारी के चलते श्रदालुओं के जाने पर प्रतिबंध लगा है।
हालांकि परम्परा के अनुसार मंदिर के कपाट वैशाखी पर खुल चुके हैं। चूड़ेश्वर समिति अध्यक्ष बीएम नांटा ने बताया कि इस वर्ष यहां पर भारी बर्फबारी के चलते सरांय परिसर को काफी नुकसान हुआ है।
आजकल सराह का कार्य चला हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ श्रद्धालू प्रशासन द्वारा मंदिर बंद रखे जाने के बावजूद चूड़धार की यात्रा पर पहुंच रहे है तथा टेंट लगाकर यहां पर रह रहे है।
समिति ने श्रदालुओं से अपील की है कि कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन द्वारा यात्रा पर पूर्ण रूप से रोक लगाए जाने तक यहां पहुंचकर नियमों की अवहेलना न करें। वहीं अभी सरांय के साथ-साथ मंदिर के कपाट भी बंद हैं।