Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    • किरयाना की दुकान से 06 लीटर पकड़ी शराब
    • राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की हो रही है सराहना -विनय कुमार
    • बेरोजगार युवाओं के साथ सुक्खू सरकार का छलावा : मेलाराम शर्मा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Wednesday, May 14
    Himachal Varta
    Home»चण्डीगढ़»बाबा बन्दा सिंह बहादुर के जीवन और दर्शन सम्बन्धी पुस्तक का लोकार्पण
    चण्डीगढ़

    बाबा बन्दा सिंह बहादुर के जीवन और दर्शन सम्बन्धी पुस्तक का लोकार्पण

    By Himachal VartaOctober 8, 2020
    Facebook WhatsApp

    बाबा बन्दा सिंह बहादुर ने काश्तकारों को ज़मीन के मालिकाना हक यकीनी बनाए : कृष्ण कुमार बावा
    पंजाब सरकार द्वारा प्रकाश पर्व के अवसर पर छुट्टी घोषित करने के लिए किया धन्यवाद

    चंडीगढ़ (हिमाचलवार्ता)। बाबा बन्दा सिंह बहादुर अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन द्वारा बाबा बन्दा सिंह बहादुर के जीवन, शहादत और दर्शन बारे पुस्तक लोकार्पण की गई।
    पुस्तक लोकार्पण समारोह के मुख्य मेहमान विधायक गुरकीरत सिंह कोटली ने बोलते हुए कहा कि दसवें पातशाह श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी द्वारा नामज़द जनरल बन्दा सिंह बहादुर के बलिदान स्वरूप ही आज सिखों का दुनिया में सिर ऊँचा है और किसान अपनी ज़मीनों के मालिक हैं। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन बधाई की पात्र है जिसने इतिहास रचने वाले महान जनरल का इतिहास लिखित रूप में संरक्षित रखने का प्रयास किया है।
    पंजाब राज्य औद्योगिक विकास निगम के चेयरमैन और फाउंडेशन के अध्यक्ष कृष्ण कुमार बावा ने कहा कि बन्दा सिंह बहादुर का बलिदान अपने आप में एक मिसाल है और यह पुस्तक आने वाली पीढ़ी को बाबा जी की जीवन यात्रा और बलिदानों से अवगत करवाएगी। बन्दा सिंह बहादुर ने काश्तकारों को ज़मीन के मालिकाना हक दिलाकर बड़ी क्रांति लाई थी। श्री बावा ने कहा कि बाबा जी का 350वां प्रकाश पर्व धूम-धाम से मनाएंगे जिसके लिए कोरोना महामारी के दौरान हिदायतों के अनुसार देश विदेश में समारोह करवाए जाएंगे। उन्होंने इस अवसर पर छुट्टी घोषित करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह का धन्यवाद किया।
    पुस्तक के प्रकाशन के लिए उन्होंने चेतना प्रकाशन लुधियाना और उनके लेखकों, बुद्धिजीवियों का धन्यवाद किया जिनके लेख इस पुस्तक में शामिल हैं।
    पूर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा ने कहा कि बंदा बहादुर की शहादत हमारे भीतर बलिदान का जज़्बा पैदा करती है। बंदा बहादुर की दूरदर्शी सोच थी कि ज़मीनों को जोतने वाले ही ज़मीन के मालिक होने चाहिएं जो अपने फ़ैसले आप कर सकें।
    पुस्तक की जान-पहचान करवाते हुए प्रसिद्ध थिएटर कलाकार डॉ. निर्मल जोढ़ा ने कहा कि यह एक अकादमिक दस्तावेज़ है जो बंदा बहादुर की शख़्िसयत के दर्शन करवाता है। पुस्तक के संपादक डॉ. कुलदीप सिंह ने कहा कि इतिहास का संरक्षण समय की ज़रूरत होती है।
    इस मौके पर उमराओ सिंह छीना, बाबा अमनदीप, प्रशासनिक सचिव अमनदीप बावा, पुशपिन्दर शर्मा, फाउंडेशन के यूथ विंग के अध्यक्ष बिक्रम सिंह घुम्मन, बावा रवीन्द्र नंदी, अर्जुन बावा, बन्दा सिंह बहादुर अंतरराष्ट्रीय फाउंडेशन के चण्डीगढ़ इकाई के प्रधान हरिन्दर सिंह हंस और चेयरमैन जगमोहन सिंह बराड़ उपस्थित थे।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • सैनवाला स्कूल के छात्रों ने विप्रो अर्थियन अवार्ड में प्रदेश में पाया पहला स्थान
    • अरिहंत इंटरनेशनल स्कूल की आयुषी शर्मा ने 95.6प्रतिशत अंक झटके, सीबीएसई जमा दो का शत प्रतिशत रहा रिज़ल्ट
    • मेडिकल कॉलेज को लेकर भाजपा व नाहन की जनता का बडा चौक में धरना : डा बिंदल
    • किरयाना की दुकान से 06 लीटर पकड़ी शराब
    • राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की हो रही है सराहना -विनय कुमार
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.