जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में उमड़ने लगी पर्यटकों की भीड़
नाहन (हिमाचलवार्ता)। हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार में रौनक लौटने लगी है। चूड़धार को धार्मिक स्थल के रूप में जाना जाता है जिस कारण यहां लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। यहां के धार्मिक स्थल के अलावा यहां की प्राकृतिक सुंदरता भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। यह जगह खूबसूरत नजारो से भरी है, चारों तरफ ऊंचे पहाड़ और सुंदर अल्पाइन वन्सपतियों से घिरा हुआ है।
चूड़धार धाम के लिए प्रदेश के अलावा पंजाब, हरियाण, चण्डीगढ और दिल्ली से भारी संख्या में श्रद्धालु पवित्र धाम की यात्रा करने पहुंच रहे हैं। भारी भीड़ जुटने के कारण श्रद्धालुओं को ठहरने की व्यवस्था करने में मंदिर कमेटी चूड़धार सेवा समिति को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण इन दिनों चूड़धार में न तो ठहरने की व्यवस्था है और न ही खाने पीने की ही व्यवस्था है।
पर्यटकों के आने की तादाद इतनी अधिक है कि उनके ठहरने की व्यवस्था भी अब कम पड़ गई है। आलम यह है कि पर्यटकों के लिए नौहराधार के होटलों, विश्राम गृह, चूड़ेश्वर समिति की सराय भी कम पड़ रही है। वहीँ, मंदिर के कपाट सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक ही खुल रहे हैं।
बता दें कि चूड़धार पहुंचने के लिए मुख्य द्वार नौहराधार से चार से पांच घंटे पैदल चलकर यात्रा करनी पड़ती है। पर्यटकों का कहना है कि चूड़धार में प्रकृति का अद्भुत नजारा है, जिसमें जावगी, जमनाला, तीसरी, शिवलिंग चोरु परिवार की विशालकाय शिला आदि रमणीक पर्यटक स्थल हैं।