11 के नाम फाइनल, दो पर चल रहा है मंथन
नाहन (हिमाचलवार्ता)। हालांकि जनवरी माह में संभावित पंचायती व नगर निकाय के चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज होती जा रही है। जिला सिरमौर की नगर निकाय के चुनाव को लेकर जहां पांवटा साहिब से भाजपा ने भावी प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है, तो वही नाहन एमसी पर उतारे जाने वाले भाजपा समर्थित उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार तक जारी की जा सकती है। हालांकि जानकारी तो यह भी मिली है कि भाजपा ने 11 वार्डो के प्रत्याशी फाइनल कर दिए हैं। जबकि दो वार्डो पर मंथन चला हुआ है।
हालांकि कांग्रेस करीब 1 सप्ताह पूर्व ही अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है और यदि बात की जाए कांग्रेस प्रत्याशियों की तो वे किन मुद्दों को लेकर सत्ताधारी सरकार के नुमाइंदो को चुनौती देंगे जबकि नाहन नगर परिषद के द्वारा जो विकास कार्य शहर में हुए हैं उन दावों पर भाजपा काफी मजबूत नजर आ रही है। बड़ी बात तो यह भी है कि भाजपा समर्थित उम्मीदवारों के पास एक मजबूत नेतृत्व है जबकि नाहन में कांग्रेस के पास दमदार नेतृत्व नजर नहीं आ रहा है।
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते कल नाहन में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में कृषि बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। जबकि यह प्रदर्शन किसान यूनियन के बैनर के नीचे होना चाहिए था। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि जब नाहन नगर परिषद के चुनाव का माहौल बना हुआ है तो शहर के मुद्दों को लेकर कांग्रेस का अभी तक बयान क्यों नहीं आया है। जाहिर है मुद्दों से भटकते हुए कांग्रेस नाहन नगर निकाय के चुनावों में बैकफुट पर जाती नजर आती है। जानकारी तो यह भी है कि भाजपा ने जिन प्रत्याशियों को मैदान में उतारना है उन पर पहले गहन मंथन भी हुआ है।
इसके साथ-साथ पन्ना प्रमुखो के द्वारा जो होमवर्क किया गया है वह भी काफी हद तक इनके दावों की पुष्टि करता है। कांग्रेस में इस बार कुछ नए चेहरों को भी उतारा गया है। जिसमें वार्ड नंबर 13 से योगेश गुप्ता, वार्ड नंबर 7 से राकेश कुमार गर्ग और वार्ड नंबर 11 से हरप्रीत कौर अपनी मजबूत स्थिति में नजर आते हैं। जबकि पहली बार चुनाव मैदान में वार्ड नंबर 2 से उतरे नरेंद्र सिंह तोमर काफी मजबूत स्थिति में माने जा रहे हैं। वार्ड नंबर 2 से अभी तक भाजपा की ओर से यह नहीं तय हो पाया है कि किस उम्मीदवार को मैदान में उतारा जाए।
इसके अलावा कांग्रेस अन्य वार्डो में मुद्दों के आधार पर बैकफुट पर नजर आ रही है। आपको यह भी बता दें कि नगर परिषद पर भाजपा का कब्जा है। इन में से कुछ ही ऐसे पार्षद थे जो अपने वार्डो को लेकर गंभीर रहे बावजूद इसके इन सब के पीछे स्थानीय विधायक व नगर परिषद की अध्यक्ष के द्वारा सभी वार्डों में जो विकास कार्य एक समान रूप से करवाए गए हैं वह विकास कार्य ही इस बार भाजपा की जीत का मूल मंत्र होगा। इस बार भी नगर निकाय के चुनावों में भाजपा बाजी मार सकती है।