पंजाब सरकार ने पिछले तीन सालों के दौरान 15 लाख से अधिक नौजवानों को रोजगार हासिल करने में की सहायता – चन्नी
चंडीगढ़ (हिमाचलवार्ता)। पंजाब सरकार राज्य के नौजवानों में बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए वचनबद्ध है। चुनाव घोषणा-पत्र में किये वायदों को राज्य की कार्य योजना 2017-22 से पूरा किया गया है जिसके अंतर्गत हरेक परिवार के एक मैंबर को नौकरी मुहैया करवाई गई और घर-घर रोजगार प्रोग्राम के अधीन सभी बेरोजगार नौजवानों की पहचान करने और उनके लिए समयबद्ध रोजगार यकीनी बनाने का फैसला किया गया है।
पंजाब रोजगार सृजन मंत्री स. चरनजीत सिंह चन्नी ने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से नौकरियों की तलाश करने वाले नौजवानों के लिए पिछले तीन सालों के दौरान लगभग 15.07 लाख रोजगार के मौके मुहैया करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब कोविड महामारी के कारण दुनिया भर में बेरोजगारी फैल रही थी तब पंजाब सरकार ने सितम्बर 2020 में 6वें राज्य स्तरीय मेगा रोजगार मेला वर्चुअली और लोगों के सम्मिलन से आयोजित करवाया। इस रोजगार मेले के दौरान प्राईवेट सैक्टर में बड़ी नौकरियों समेत 1.50 लाख नौकरियों की पेशकश की गई जिसके नतीजे के तौर पर लगभग 92,000 नौजवानों को नौकरियां दीं गई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अक्तूबर, नवंबर और दिसंबर 2020 में राज्य स्तरीय स्वै-रोजगार/ उद्यमिता विकास/लोन मेले आयोजित करवाए गए जिससे नौजवानों को उनके अपने कारोबार स्थापित करने के लिए वित्तीय सुविधा दी जा सकेे। जिसका नतीजा अगले वर्ष की शुरुआत में स्पष्ट हो जायेगा। इस राज्य स्तरीय समागम में 1,04,400 नौजवानों को सहूलतें मुहैया करवाने का लक्ष्य निश्चित किया गया है।
विभाग ने पंजाब सरकार के विभिन्न विभागों में खाली पड़े 1 लाख पदों पर भर्ती के लिए साल 2020-2022 के लिए मंत्री परिषद से राज्य रोजगार योजना के लिए मंजूरी ले ली है।
रोजगार सृजन विभाग के सचिव श्री राहुल तिवारी ने विभाग की पहलकदमियों संबंधी जानकारी देते हुये कहा कि विभाग ने 2020 में कई पहलकदमियां की हैं। जिसमें नौकरी की तलाश करने वालों के लिए ऑनलाइन इंटरैकटिव डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया गया है। इस पोर्टल पर अब तक 1042640 नौकरियों की तलाश करने वाले और 7754 रोजगार देने वाले रजिस्टर हैं। अब तक पोर्टल के द्वारा बेरोजगारों के लिए 3,75,250 सरकारी और 2,91,867 प्राईवेट नौकरियाँ उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा मिशन की तरफ से ट्राइडेंट ग्रुप में महिला उम्मीदवारों को प्रशिक्षण की सुविधा मुहैया करवाई गई है। इन लड़कियों को 3 महीने के प्रशिक्षण के बाद ट्राइडेंट समूह में शामिल कर लिया जायेगा। इन लड़कियों को प्रशिक्षण के दौरान 18,000 रुपए प्रति महीना दिए गए। ट्राइडेंट में 2500 लड़कियों को प्रशिक्षण और नौकरी की संभावना है।
श्री तिवारी ने बताया कि पंजाब घर-घर रोजगार और कोरोबार मिशन में विदेशी शिक्षा और प्लेसमेंट सैल शुरू किया गया है। नौजवानों को वर्क वीजे पर विदेश भेजने के लिए भारत सरकार से अपेक्षित लायसेंस लिया गया है। विदेशों में नौकरी के मौके प्रदान करने के लिए पंजाब कौशल विकास मिशन की तरफ से जापानी भाषा प्रशिक्षण प्रोग्राम की सुविधा दी जा रही है। इसका मकसद 50 मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण देना है जो इच्छुक उम्मीदवारों (1000 उम्मीदवारों का लक्ष्य) को प्रशिक्षण देंगे। इस समय 50 मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है (86 घंटों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है, 114 घंटों का प्रशिक्षण बाकी है जो संभावित तौर पर अप्रैल 2021 तक मुकम्मल हो जायेगा)।