किसान आंदोलन के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रही है विपक्षी पार्टी- रावत
नाहन (हिमाचलवार्ता)। भाजपा के जिला सह मीडिया प्रभारी प्रताप सिंह रावत ने मीडिया को जारी बयान करते हुए कहा है कि किसान आंदोलन के नाम पर देश की सभी विपक्षी पार्टियां मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करना चाहती है। क्योंकि उन्हें नरेंद्र मोदी की दिन प्रतिदिन बढ़ती लोकप्रियता रास नहीं आ रही है। रावत ने बताया कि इस किसान आंदोलन के पीछे देश की सभी विपक्षिया पार्टी है उनको किसानों से कोई भी लेना देना नहीं है। उन्होंने तो सिर्फ अपनी राजनीति चमकानी है। रावत ने बताया कि देश के भोले भाले किसानों को किसान बिल के नाम पर गुमराह किया जा रहा है जबकि यह बिल शत प्रतिशत किसानों के हित में है।
इस बिल में देश व प्रदेश का किसान अपनी नगदी फसल कृषि उपज मंडी के अतिरिक्त कहीं पर भी उचित दाम पर बेच सकता है। रावत ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से सवाल करते हुए पूछा है कि आपने भी बहुत लंबे समय तक देश पर राज किया लेकिन आप भी बताएं की आपने देश के किसानों के लिए क्या किया है। रावत ने बताया कि केरल में कांग्रेस पार्टी की सरकार है और वहां पर कोई भी कृषि उपज मंडिया नहीं है। यदि कांग्रेस पार्टी किसानों की हितेषी होती तो वहां पर भी कृषि उपज मंडीया खोलती। रावत ने बताया कि देश व प्रदेश का किसान भली भांति जानता है कि किसानों का हितेषी कौन है।
अगर पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने किसानों का समान किया है तो नरेंद्र मोदी ने किया है। जिन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चलाकर देश के सभी किसानों के खाते में वार्षिक 6 हजार रुपए नगद दिए है ताकि किसान इस राशि से बीज इत्यादि खरीद सके। इतना ही नहीं किसानों की महिलाओं का भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्मान किया है उनके लिए भी प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन वितरित किए गए हैं।
रावत ने बताया कि कोरोना काल में भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना चलाकर देश के सभी किसानों को प्रति व्यक्ति 5-5 किलो मुफ्त राशन वितरित किया है। इसके अतिरिक्त और भी अनेकों जनकल्याणकारी योजनाएं हैं जिसका लाभ देश के हर एक व्यक्ति को मिल रहा है। रावत ने बताया कि जरा कांग्रेस पार्टी के नेता भी बताएं कि उन्होंने सत्ता में रहते हुए किसी किसान के खाते में एक रुपए डाला है देश के किसान आपसे जानना चाहते हैं।