नाहन (हिमालचवार्ता)। राजगढ़ के कंडा गांव की एक सारण से घर मे पली बढ़ी हुई रमेश ठाकुर की पुत्री अम्बालिका सेना में अपना खूब नाम कमा रही है ।
फागु शावग से अपनी स्कूल की शिक्षा पुरी करने के बाद बडू साहिब से नर्सिंग की घर की स्थिति भी सही नहीं थी। इसी दौरान अपने इकलौते भाई को भी एक दुर्घटना में खो दिया। 2018 में कमीशन निकाला और सेना मैं नर्सिंग लेफ्टिनेंट सेवाएं शुरू की। कड़ी मेहनत और लगन से आज लेफ्टिनेंट से कैप्टन बन गई है।
अम्बालिका ठाकुर ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता और अपने पति दीपू ठाकुर को दिया। जिन्होंने हर कदम पर उनका हौंसला और सहयोग दिया।