श्री रेणुका जी वेटलैंड क्षेत्र के प्रवासी फिलहाल बर्ड फ्लू के खतरे से बाहर- कृष्ण कुमार
पक्षियों के व्यवहार पर रखी जा रही है पैनी नजर, अभी तक सभी पक्षी स्वस्थ
नाहन (हिमाचलवार्ता)। देश में प्रदेश के वेटलैंड क्षेत्र श्री रेणुका जी मे इन दिनों प्रवासी पक्षियों का बसेरा गुलजार हो रखा है। तो वही हिमाचल की पोंग डैम झील में बर्ड फ्लू के संदिग्ध मामले के बाद प्रदेश का वाइल्डलाइफ विभाग हाई अलर्ट मोड पर आ गया है। जिसको लेकर श्री रेणुका जी झील के प्रवासी पक्षियों पर इस समय विभाग की 24 घंटे की निगरानी जारी है। इस निगरानी में पक्षियों के व्यवहार और उनके रवैया को लेकर जांच की जा रही है। सरकारी गाइडलाइन के अनुसार जब तक कोई संदिग्ध स्थिति नजर ना आए तब तक उस क्षेत्र को सुरक्षा के मद्देनजर सील नहीं किया जा सकता।
लिहाजा पोंग डैम के बाद वाइल्ड लाइफ हिमाचल प्रदेश प्रदेश के अन्य सभी उन स्थानों पर पैनी नजर बना चुका है, जहां प्रवासी पक्षी हर वर्ष आते हैं। जिसमें वेटलैंड क्षेत्र श्री रेणुका जी झील भी आता है। विभाग के अनुसार वर्ल्ड फ्लू की पुष्टि कल ही हो पाई है। जिसको लेकर के अब सरकारी गाइडलाइन भी जारी हो गई हैं। इस गाइडलाइन के बाद अब यह देखा जा रहा है कि उन प्रवासी पक्षियों के ठिकानों पर किसी पक्षी की अननेचुरल डेथ या उसके व्यवहार में सुस्ती या कोई अन्य परिवर्तन नजर आ रहा है तो इसकी जानकारी संबंधित क्षेत्र के अधिकारी वाइल्ड लाइफ हेड क्वार्टर को फौरन देंगे।
यदि जांच के बाद यह मालूम होता है कि संबंधित सस्पेक्ट क्षेत्र के पक्षी में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए हैं तो उस एरिया को सील किया जा सकता है। फिलहाल विभाग ने मॉनिटरिंग को बढ़ा दिया है। अब आपको यह भी जानकारी दें कि श्री रेणुका जी झील में करीब 650 के आसपास प्रवासी पक्षियों का बसेरा बना हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां जो प्रवासी पक्षी आ रहे हैं वह करीब आठ से नौ अलग-अलग प्रजातियों के हैं।
इन प्रवासी पक्षियों के लिए हर वर्ष भारी तादाद में सैलानी हिमाचल प्रदेश का रुख करते हैं। तो वही वाइल्ड लाइफ भी इनके आवागमन को लेकर काफी खुशी जाहिर करता है। उधर, डीएफओ वाइल्डलाइफ कृष्ण कुमार ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि बर्ड फ्लू सस्पेक्ट को लेकर बीते कल ही कंफर्मेशन आई है। जिसके बाद श्री रेणुका जी झील के प्रवासी पक्षियों पर पैनी नजर रखने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल यहां के सभी पक्षी स्वस्थ हैं और उनके व्यवहार को नियमित रूप से रिकॉर्ड किया जा रहा है।