मझाड़ा नदी पर बने पुल पर आवागमन हुआ शुरू, 15 हजार की आबादी ने ली राहत की सांस
नाहन (हिमाचलवार्ता)। नाहन विस क्षेत्र के अंतर्गत कौलावालाभूड़ में मझाड़ा नदी पर बन रहे पुल पर आवागमन शुरू हो गया है। जिससे इस पुल से लाभांवित होने वाले दर्जनों गांवों की हजारों की आबादी ने राहत की सांस ली है। आने वाली बरसात में अब ग्रामीणों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। ग्रामीणों ने क्षेत्रवासियों को पुल की सौगात देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार प्रकट किया है। ग्रामीणों ने वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भी इस कार्य को पूरा करने के लिए धन्यवाद किया है।
ग्रामीण राजपूत सभा के प्रधान अनिल ठाकुर, उपाध्यक्ष जंगवीर ठाकुर (बब्बू), राहुल राणा, गोल्डी ठाकुर, जसविंद्र राणा, सोमनाथ ठाकुर, मनोज ठाकुर, रविंद्र ठाकुर, नवीन ठाकुर, प्रदीप ठाकुर ने बताया कि बरसात के दिनों में मझाड़ा नदी पर पुल न होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था। बच्चों के स्कूल छूट जाते थे। कामकाजी लोग अपने काम पर नहीं जा पाते थे। ग्रामीणों को नदी में उतरकर तेज बहाव में अपने गंतव्य की ओर जाना पड़ता था।
जिससे हर वक्त हादसे का डर लगा रहता था। किसी के बीमार होने पर उपचार तक नसीब नहीं होता था। उन्होंने बताया कि वह सभी पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिले थे। जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मझाड़ा नदी पर पुल के लिए सात करोड़ तीन लाख रुपये स्वीकृत किए। जिसके बाद इसका कार्य शुरू हुआ। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद कुछ नेताओं ने इस पुल के कार्य में अडंगा भी लगाया था जिसके बाद ग्रामीणों ने यहां धरना प्रदर्शन भी किया।
जिसके बाद अब पुल पर आवागमन शुरू हो चुका है। जिससे ग्रामीणों को अब यहां बरसात में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पुल पर आवागम शुरू होने से कौलावालाभूड, डांगवाला, चासी, रामपुर, नेरो, जंगलाभूड, बाड़ीवाला आदि की 10 से 15 हजार आबादी लाभांवित होगी। ग्रामीण राजपूत सभा ने पुल की सौगात देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का आभार प्रकट किया है।