पैराएथलीट वीरेंद्र 90 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर पहुचे नाहन
नाहन (हिमाचलवार्ता)। पैराएथलीट वीरेंद्र ने जिलावासियों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करने के लिए संगड़ाह सेे शुरु की 90 किलोमीटर की दौड़ आज दोपहर एक बजे उपायुक्त कार्यालय के परिसर नाहन में पहुंच कर पूरी की, जहॉ उपायुक्त सिरमौर डा. आर.के. परूथी ने वीरेंद्र का स्वागत किया और 11000 की राशि से उन्हें सम्मानित किया।
परिवहन विभाग ने आज दोपहर 12 बजे नाहन के यशवंन्त विहार में पैराइथलीट वीरेंद्र का स्वागत किया जहां से अर्न्तराष्ट्रीय एथलीट सीमा परमार, टीजीटी सर्वमंगल सहित 35 बच्चों ने उनके साथ इस दौड में भाग लिया। यह दौड़ माल रोड नाहन मार्ग से लोगों को सड़क सुरक्षा का सन्देश देते हुए उपायुक्त कार्यालय के परिसर में सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर उपायुक्त सिरमौर ने अर्न्तराष्ट्रीय एथलीट सीमा परमार, टीजीटी सर्वमंगल को 1100-1100 रूपये की राशि भेंट की और सभी छात्र व छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किये।
उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि जिला प्रशासन लोक निर्माण विभाग व पुलिस के साथ मिलकर ऐसे हॉट स्पाट का पता लगाया जा रहा है जहां दुर्घटना की अधिक सम्भावना बनी रहती है। ऐसे सभी स्पाट को ठीक किया जायेगा। इसके अतिरिक्त इस पूरे अभियान के दौरान लोगों को ओवर स्पीड में व शराब पीकर गाडी़ न चलाने के लिए जागरूक किया जायेगा। जो लोग ओवर स्पीड के मामले में उल्लघनकर्ताओं का चालान किया जायेगा।
उन्हाेंने बताया कि जिला में सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए आज से 17 फरवरी, 2021 तक रोड सेफ्टी माह जागरूकता अभियाना चलाया जाएगा। इस पूरे माह के दौरान जिला में विभिन्न गतिविधियों द्वारा लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए अनेक जागरूकता कार्यक्रम व शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा।
आरटीओं सोना चौहान ने बताया कि लोगों को सडक सुरक्षा के बारे में जागरूक करने के लिये आज नाहन के हिम जन मंच व मंथन ग्रुप के कलाकारों ने बस स्टैड नाहन पर नुक्क्ड़ नाटक के माध्यम से सडक दुर्घटना के समय गुड सेमी रिटन के बारे में जागरूक किया।
उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटना होने पर शुरू का एक घण्टा जिसे गोल्डन आवर कहते है इस आवर के बीच दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल में पहुॅचाया जाये तो उस व्यक्ति के बचने की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि के हिम जन मंच व मथन ग्रुप के कलाकारों ने लोगों को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बताया की अब दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल पॅहुचाने वाले व्यक्ति से पुलिस किसी भी प्रकार की पूछताछ नहीं करेगी और व्यक्ति चाहे तो अपनी पहचान गुप्त रख सकता है।