नाहन (हिमाचलवार्ता)। नाहन से लोकल रुट कोलावालाभूड़, सुरला-चासी जाने वाली बस क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। इस रूट पर चलने वाली सुबह के समय बस के इकलौते होने के कारण स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, आईटीआई व अन्य कार्यों से शहर जाने वालों को एक ही बस में सफर करना पड़ता है। जबकि सरकार के द्वारा कोरोना वायरस सोशल डिस्टेंस के दावे किए जाते हैं। मगर बस में भीड़ इतनी होती है कि कभी भी किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर पूरी बस कोरोना की चपेट में आ सकती है।
हालात तो यह है कि लोगों को अपना गुस्सा चालक और परिचालक पर उतारना पड़ता है जबकि प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है। बता दे कि आज भी बस में एक भी सवारी के पांव रखने की जगह न हो पाने के कारण चालक ने बस नहीं रोकी। लोगों ने चालक को जमकर गालियां भी दी। अब ऐसे में चालक भी क्या करें जब सरकार व प्रशासन तथा परिवहन विभाग अतिरिक्त बस नहीं चला पा रहा है।
बता दें कि लॉक डाउन से पहले सुबह के समय इस रूट पर दो बसें भेजी जाती थी। तो वही अब सुबह के समय सिर्फ एक ही बस भेजी जा रही है। जिससे ना केवल स्कूल के बच्चे देरी से स्कूल में पहुंच रहे हैं बल्कि आईटीआई, कॉलेज व दफ्तर के लोग भी अपने गंतव्य पर देरी से पहुंच रहे हैं। रूटों पर बसों की कमी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। ऐसे बहुत से लोग है जिनके पास बस की यात्रा के अलावा और कोई बेहतर विकल्प नहीं है। इससे बस यात्री अपने आप को बेबस और लाचार महसूस करते हैं। घंटों इंतजार करने के बाद जो बस आती है उसमें भीड़ को देखकर चढ़ने की हिम्मत नहीं होती है।