डीसी ने एसडीएम की अध्यक्षता में बनाई कमेटी, अगले सप्ताह सैन्य प्रशासन से होगी बैठक
नाहन (हिमाचलवार्ता)। नगर पंचायत नाहन के ग्रामीणों ने स्थानीय सेना प्रशासन पर ग्रामीणों को अकारण परेशान करने का आरोप जड़ा है। गुस्साए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से सेना व सिविल के बीच रहे विवाद का स्थाई समाधान करने की मांग की है। अपनी इस मांग को लेकर दर्जनों ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को नाहन में उपायुक्त कार्यालय पहुंचा। इस दौरान पंचायत उपप्रधान जय प्रकाश व वार्ड सदस्या अमृता की अगुवाई में ग्रामीणों ने एक शिकायत पत्र उपायुक्त डा. आरके परूथी को सौंपा।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल उपप्रधान जय प्रकाश, वार्ड सदस्या अमृता, बबबी देवी, कमलेश कुमारी, पूनम, किरण आदि दर्जनों ग्रामीणों ने उपायुक्त को बताया कि सेना के अधिकारी नगर पंचायत नाहन में आर्मी क्षेत्र के आस-पास रह रहे ग्रामीणों को लंबे अर्से से परेशान कर रहे हैं। वह जरा-जरा सी बात पर ग्रामीणों को परेशान कर रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि आर्मी क्षेत्र के निकट ग्रामीणों को अपनी निजी भूमि पर मकान तक नहीं बनवाने दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण जब पहले आर्मी के बैरियर से गुजरते थे तो ग्रामीणों को सैन्य प्रशासन से सामान लाने की अनुमति लेनी होती थी। लेकिन अब जबकि ग्रामीणों को कांशीवाला से लाडली-बडाजोड़-जाबल का बाग लिंक मार्ग की सुविधा मिल चुकी है। सैन्य प्रशासन ग्रामीणों पर अब भी अनुमति लेने का दवाब बना रहा है।
ग्रामीणों को भवन सामग्री लाने पर परेशान किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि पहले सैन्य प्रशासन से सेना की भूमि के निकट लोगों की निजी भूमि में सौ मीटर के दायरे तक केवल एक मंजिला भवन बनाने की इजाजत दे रखी थी। लेकिन अब सैन्य प्रशासन ने नया ही फरमान जारी कर दिया है। नये फरमाने के अनुसार निजी भूमि में पांच सौ मीटर के दायरे तक एक ही मंजिला मकान बनने दिया जा रहा है जबकि पहले यह फरमान सौ मीटर तक था। ऐसे ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। जिन लोगों ने लाखों रुपये खर्च करके यहां भूमि खरीद रखी है। वह भी परेशान हैं। ग्रामीणों ने उपायुक्त से मांग की कि सेना व सिविल के बीच दशकों से चल रही समस्या का स्थाई समाधान निकाला जाए।
उधर, जिला सिरमौर उपायुक्त डॉ. आर के परुथी ने बताया कि अपनी समस्याओं को लेकर नाहन ग्राम पंचायत के लोग मिले थे। उन्होंने बताया कि उनकी समस्या के समाधान को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है जिसमें उनके तमाम मुद्दों को हल करवाने के प्रयास किए जाएंगे।