Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    • चरस तस्कर को दस साल का कठोर कारावास व एक लाख रुपए जुर्माना की सजा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Saturday, May 10
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»महामाया बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में परोसे जाने वाले लंगर ओर भोग की गुणवत्ता पाई गई ए प्लस ग्रेड
    सिरमौर

    महामाया बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में परोसे जाने वाले लंगर ओर भोग की गुणवत्ता पाई गई ए प्लस ग्रेड

    By Himachal VartaApril 9, 2021
    Facebook WhatsApp

    नाहन (हिमाचलवार्ता)। महामाया बालासुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर में परोसे जाने वाले लंगर और भोग की गुणवत्ता ए प्लस ग्रेड पाई गई है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण भारत सरकार की ओर से करवाए गए ऑडिट में खुलासा हुआ।

    इसके लिए बाकायदा प्राधिकरण की ओर से पहले प्री ऑडिट हुआ और उसके बाद फाइनल ऑडिट। महामाया बालासुंदरी ट्रस्ट को प्राधिकरण के मापदंडों के अनुसार 114 में से 105 अंक मिले हैं।

    गौरतलब है कि त्रिलोकपुर स्थित महामाया बालासुंदरी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है। ट्रस्ट की ओर से बनाए जाने वाले लंगर, भोग और प्रसाद की जांच के लिए कुछ अरसे पहले भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की टीम ने दौरा किया था।

    प्री ऑडिट में लंगर के बनने वाले भोजन के लिए राशन कहां से खरीदा जाता है, कहां उसका भंडारण किया जाता है और कहां कैसे वातावरण में बनाया जाता है, इसको आधार मान कर अंक दिए गए।

    इसके बाद सुधार के लिए निर्देश दिए गए। फाइनल ऑडिट में भोग, भोजन और प्रसाद बनाने वाले कर्मियों के बाकायदा मेडिकल किए गए हैं।

    साथ ही स्वच्छता को लेकर भी अलग से अंक दिए गए। सबसे महत्वपूर्ण उस पानी की भी जांच की गई, जिससे यह सब तैयार किया जाता है।

    खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त अतुल कायस्था ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि महामाया बालासुंदरी मंदिर के लंगर, भोग और प्रसाद को ए प्लस ग्रेड मिली है। इसका सर्टिफिकेट भी जारी हो गया है।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • राष्ट्र रक्षा के लिए कालिस्थान‌ मंदिर में डा बिंदल‌‌ द्वारा यज्ञ का आयोजन
    • आतंक के खिलाफ लंबी लड़ाई, एकता ही बड़ा हथियार: मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक
    • आदर्श अस्पताल संगड़ाह पर करोड़ों खर्च के बाद भी डॉक्टर और सुविधाओं का टोटा
    • केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया कि खाद्यान्न संकट जैसी कोई स्थिति नहीं : उपायुक्त
    • मातृ दिवस पर करियर अकादमी स्कूल में आयोजित हुए कार्यक्रम
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.