दुकान लगाने से पहले और दुकान से सिमटने के बाद मिलेगा अतिरिक्त समय- एसडीएम
नाहन (हिमाचलवार्ता)। लगातार फैलते कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने शहर में फल व सब्जी की दुकानों को शिफ्ट करने का फैसला लिया है। जिसमें मुख्य रूप से नाहन शहर में लगाई जाने वाली सब्जी व फलों की दुकानों को अब चौगान मैदान में शिफ्ट किया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज दोपहर में एसडीएम नाहन रजनेश कुमार के साथ फ्रूट एम सब्जी यूनियन की बैठक हुई। यूनियन की और से प्रधान राजकुमार सैनी बतौर प्रतिनिधि मौजूद रहे।
बैठक में यूनियन की सहमति लेते हुए बड़ा चौक, छोटा चौक, दिल्ली गेट, कच्चा टैंक, पक्का टैंक आदि स्थानों पर सब्जी को बेचने का स्थान चौगान मैदान में किया गया है। हालांकि फ्रूट एंड वेजिटेबल यूनियन के प्रधान राजकुमार सैनी ने इस निर्णय पर एतराज भी जताया है। राजकुमार सैनी का कहना है कि वह पहले से ही कर्ज में दबे हुए हैं ऐसे में उनकी दुकानदारी कहीं और शिफ्ट होने से उनका बंधा हुआ ग्राहक टूट जाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि दुकान से हटने के बाद उन्हें अपनी फल व सब्जियां रखने के लिए ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। बता दें कि अधिकतर सब्जी विक्रेता बड़ा चौक, छोटा चौक और दिल्ली गेट के समीप फडी लगाकर सब्जियां व फल आदि बेचते हैं। इस पर कई लोगों ने और प्रशासन इसमें मौके पर जाकर देखा तो पाया कि इन स्थानों पर ज्यादा भीड़ लगती है।
भीड़ ज्यादा होने के कारण संक्रमण फैलने के खतरे के मद्देनजर प्रशासन के द्वारा यह निर्णय लिया गया है। जो पक्की और भीड़भाड़ वाले एरिया से दूर शटर में सब्जी की दुकान है उसको लेकर फिलहाल स्थिति क्लियर नहीं की गई है। जबकि शहर से बाहर सब्जी की दुकान शिफ्ट नहीं की जाएगी।
उधर, एसडीएम नाहन रजनेश कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि आज फ्रूट एंड वेजिटेबल यूनियन के साथ बैठक रखी गई थी। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि जिस प्रकार लॉकडाउन के दौरान रखे गए नियमों के तहत सब्जी बेचने के लिए कहा गया था उसी तर्ज पर फिर से चौगान में दुकानें लगेंगी। उन्होंने कहा कि ऐसा संक्रमण और मौजूदा स्थिति के मद्देनजर निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इससे भी ज्यादा हालत खराब होते हैं तो कुछ और कड़े निर्णय भी लिए जा सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि चौगान मैदान में बाकायदा सोशल डिस्टेंस मेंटेन रखते हुए साथ ही नो मास्क नो सर्विसेज का नियम भी दुकानदार को अपनाना पड़ेगा। एसडीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं बल्कि संकट के इस दौर में सब को सुरक्षित रखना इसमें सब ने अपनी भागीदारी को भी बनाए रखना है।