
ऐसा ही एक मामला पांवटा साहिब के एक निहायत शरीफ और मिलनसार व्यक्ति जो मनीष मोहन बेरोजगार है।जिसके साथ छल कपट के द्वारा नकली फार्मा कंपनी खड़ी करके नशीली दवाइयों का कारोबार फैलाया गया। ऐसे ही अनेक मामले हिमाचल प्रदेश में अनेकों जगह सामने आ रहे हैं।
जहां नशीली दवाओं के कारोबार करने वालों ने स्थानीय बेरोजगार युवाओं के नाम पर फार्मा कंपनियां खड़ी कर दी हैं ,ताकि पकड़े जाने की स्थिति में बड़े मगरमच्छ कानून की पहुंच से दूर रहें ।
कांग्रेस नेता अनिद्र सिंह नॉटी ने प्रेस नोट जारी करते हुए कहा कि हमने इस बारे में सरकार से लिखित में आग्रह किया है। ताकि इसकी उच्चस्तरीय मांग हो और मोहनीश मोहन जैसे बेरोजगार और पीड़ित युवाओं को न्याय मिल सके और अन्य शरीफ और बेरोजगार हुए युवा इन मगरमच्छों के मुंह में जाने से बच सके।