नाहन (हिमाचलवार्ता)। आखिरकार मीडिया में खबरे आने और ग्रामीणों के वोरोध के बाद प्रशासन की आंख खुल गई और एसडीएम पांवटा साहिब एनएच 707 की डंपिंग साइड का निरिक्षण करने मौके पर पहुंचे।
नैशनल हाईवे पर चल रहे निर्माण कार्य से डंपिंग साईट के मलबे से हुआ नुकसान का जायजा लेने पांवटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन विभाग की टीम साथ मौके पर पहुंचे और संबंधित कंपनियों को निर्देश दिए गए कि ग्रामीणों की मलबे से नुकसान न हो अन्यथा इसकी भरपाई करनी पड़ेगी।
गौर हो कि पांवटा साहिब -शिलाई-गुम्मा नैशनल हाईवे का 1350 करोड़ रूपये स्वीकृत हुए है तथा चार भागों में टेंडर हुआ है। जिसमें से तीन कंपनियों ने निर्माण कार्य शुरू किया है। लेकिन कई जगह पर डंपिंग साइट का मलबा बरसात के कारण लोगों के खेतों में घुस गया। जिससे लोगों को नुकसान हुआ है।
शनिवार को पांवटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन विभाग के अधिकारियों के साथ सबसे पहले सतौन में पहुंचे जहां स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने पुलिया का मामला उठाया। ग्रामीणों ने बताया की पुलिया का पानी से लोगों को नुकसान हो रहा है। उसके बाद हैवणा में डंपिंग साईट को लेकर ग्रामीण एसडीएम से मिलें।
ग्रामीणों ने बताया की डंपिंग साईट पर खड्ड के पानी का रुख गांव की तरफ कर दिया जिससे लोगों के खेतों को नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान कमरऊ के खजियार में हुआ है। खजियार में गांव के लोग एसडीएम विवेक महाजन से मिला।
खजियार में बनाए गए डंपिंग साइट के मलबे से पेयजल योजना, घराटों को नुकसान हुआ है। इसके साथ साथ मलबा लोगों के खेतों में घुसा है। जिससे लोगों को नुकसान हुआ है।
एसडीएम विवेक महाजन ने संबंधित कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए है की मशीन लगाकर मलबे को हटाया जाए साथ ही डंपिंग साईट पर क्रेट वायर लगाने के आदेश दिये गए है।
पांवटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि नेशनल हाईवे का जायजा लिया गया तथा ग्रामीणों से बात की गई। संबंधित कंपनियों को निर्देश दिए गए की डंपिंग साईट पर क्रेट वायर लगाये जाये व किसानों के खेतों से मलबा उठाने के निर्देश दिये गये।
इस मौके पर प्रोजेक्ट डायरेक्टर विवेक पांचाल, नायब तहसीलदार रामभज शर्मा, अधिशासी अभियंता पीके उप्रेती,प्रोजेक्ट मैनेजर राहुल, सतौन पंचायत प्रधान ममता देवी, पूर्व प्रधान रजनीश चौहान,उपप्रधान गुलाब सिंह, बीडीसी सदस्य मित्रा देवी, जोगेंद्र चौहान आदि मौजूद थे।