उर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने आज पांवटा साहिब के पुरूवाला में परियोजना का किया शुभारंभ
1684 करोड की लागत से हिमाचल के 7 जिलों में रोपित किए जाएगें फलदार पौधे
नाहन (हिमाचलवार्ता)। जिला सिरमौर मे एचपी शिवा परियोजना के अंतर्गत 300 हेक्टेयर भूमि में उच्च किस्म के अमरूद, मौसमी, लीची व अनार के फलदार पौधे रोपित किए जाएगें यह जानकारी उर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने आज पांवटा साहिब विकास खण्ड की ग्रांम पंचायत पुरूवाला में शिवा परियोजना के शुभारंभ अवसर पर दी।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना का मुख्य उद्देशय सिरमौर के बागवानों की अर्थिकी को दोगुणा करना है। इस परियोजना के अंतर्गत विकास खण्ड पांवटा साहिब में 150 हेक्टेयर व विकास खण्ड नाहन मंे 150 हेक्टेयर भूमि पर उच्च किस्म के फलदार पौधे रोपित किए जाएगें।
उन्होंने बताया कि इस परियोजना के प्रथम चरण में 12 स्थानों में 19992 फलदार पौधे रोपित किए जाएगें जिसके तहत आज ग्रांम पंचायत पुरूवाला, ग्रांम पंचायत जामनीवाला के खारा व क्लाथा बढाणा के किल्लौड में पौधा रोपण किया गया। इसके अतिरिक्त पांवटा विकासखण्ड के ग्रांम पंचायत बगायनी के उपरवाडी व ज्ञानीवाला, ग्रांम पंचायत अंबोया के चंदेला, ग्रांम पंचायत माजरा के फतेहपुर व ग्रांम पंचायत महासू के जगवास को प्रथम चरण में पौधा रोपण के लिए चयनित किया गया है।
इसी तरह इस परियोजना के प्रथम चरण में नाहन विकास खण्ड की ग्रांम पंचायत नेहली धीडा के जुडग, ग्रांम पंचायत शीतला के खेरी चांगण, ग्रांम पंचायत बर्मा पापडी के बजारी व ग्रांम पंचायत त्रिलोकपुर के बडियों में भी फलदार पौधे रोपित किए जाएगें।
उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बागवानी के सर्वांगीण विकास तथा गा्रमीण युवाओं को बागवानी के क्षेत्र में स्वरोजगार उपलब्ध करवाने हेतु प्रदेश सरकार द्वारा एशियन विकास बैंक की सहायता से प्रदेश के 7 जिलों का चयन किया गया जिसमें सिरमौर जिला भी शामिल है। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश उपेष्ण कटिबंधीय बागवानी ंिसंचाई एंव मूलवर्धन परियोजना (एचपी शिवा) चलाई जा रही है जिसके प्रथम चरण में 10 हजार हेक्टेयर भूमि में फलदार पौधे रोपित किए जाएगंे जिससे प्रदेश के 25000 बागवान परिवार लाभान्वित होगे। वर्ष 2021-22 के दौरान प्रदेश के 7 जिलों के 28 विकासखण्डों में लगभग 4000 हैक्टेयर भूमि में उच्च किस्म के फलदार पौधे रोपित किए जाएगें।
उन्होंने बताया कि इन पौधों के सही देखभाल करने पर अनुमान के अनुसार लगभग 2 से 3 वर्षों में प्रति हैक्टेयर 25 से 28 लाख रूप्ये की फल उत्पादित होगें। जो कि बागवानों की आर्थिकी में मददगार साबित होगें। इसके अतिरिक्त उत्पादित फलों को मार्केटिक के लिए भी शिवा परियोजना प्रोत्साहित करेगी।
इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत सामूहिक क्लस्टरों के चयन करने पर लाभार्थियों को विधायक निधि से सिंचाई के लिए ट्यूबवेल भी दिया जाएगा। ताकि इस योजना के अंतर्गत पौधो को सिंचाई के लिए पानी की कमी न हो।
उन्होंने खारा जामनीवाला में 1 करोड 62 लाख की लागत से पीने के पानी का टयूबवेल लगाने की घोषणा की इस अवसर पर उन्होंने बताया कि खारा में सिचाई नहर की रखरखाव व नवीनीकरण के लिए 35 करोड की डीपीआर को मंजूरी के लिए भेजा गया है। उन्होंने पंचायत में शीघ्र ही मोबाईल टावर लगाने का आश्वासन भी दिया और जामनीवाला स्कूल में कॉमर्स की कक्षाएं शुरू करने की घोषणा की।
इस अवसर पर बीडीसी चेयरमैन हितेन्द्र कुमार, एचपी शिवा परियोजना नोडल अधिकारी राजेश्वर परमार, उप निदेशक बागवानी सतीश शर्मा, विषयवाद विशेषज्ञ बीएम चौहान, प्रधान पुरूवाला सुषमा देवी व प्रधान खारा जामनीवाला बलबीर उपस्थित रहे।