नाहन (हिमाचलवार्ता)। भले ही जब किसी अधिकारी को कुर्सी मिल जाती है तो उसे आम जनमानस के दुख दर्द की कम अहसास होता है , लेकिन कुछ अधिकारी जनसेवा को ही सर्वोपरि समझते है और असहाय व जरूरतमंद की हेल्प करना न केवल मात्र कार्य समझते है बल्कि इसे जुनून की तरह देखते है।
ऐसे एक अधिकारी है जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के शिलाई में तैनात बीडीओ विनीत ठाकुर जो सरकारी नौकरी के साथ साथ समाज सेवा के भी हमेशा आगे रहते है।
विकासखंड शिलाई के लोजा पंचायत के चियाली गांव में बुजुर्ग गरीब खत्री राम जिसके घर की माली हालत बहुत खराब होने के चलते बीडीओ शिलाई विनीत ठाकुर न केवल उसके घर जा कर उसका राशन कार्ड बनवाया , बल्कि उसकी मदद को आगे आये। गौर हो कि गत दिनों मीडिया ने एक खुलासा किया था की लोजा पंचायत के चियाली गांव के निवासी खत्री राम के पास न तो राशन कार्ड था और न ही उसे आवास योजना का लाभ मिल पा रहा।
यही नहीं खत्री राम के घर का निर्वाह करने वाला भी कोई नहीं है। बुजुर्ग खत्री राम के कंधों पर पांच साल के बच्चे के पालन पोषण की जिम्मेदारी भी है , खत्री राम के हालात का खुलासा तब हुआ था जब गुरु कृपा नवयुवक मंडल के सदस्य खत्री राम के घर राशन लेकर पहुंचे और उन्होंने इसकी सूचना मीडिया तक पहुंचाई, मीडिया में खबर छपने के बाद प्रशासन हरकत में आया और कार्रवाई शुरू की , लेकिन इस सबसे ऊपर उठकर बीडीओ शिलाई विनीत ठाकुर मानवता का परिचय देते हुए गरीब खत्री राम की व्यक्तिगत तौर पर भी मदद का भरोसा दिया।
साथ ग्राम पंचायत चौकीदार को डिपो से बुजुर्ग का महीने भर का राशन लाने को भी कहा। बीडीओ ने न केवल बुजुर्ग का राशन कार्ड और आधार कार्ड बनवाया बल्कि ग्राम पंचायत से आवास बनाने के लिए सारी फॉर्मेलिटी पूरी कर दी है।
खत्री राम को राशन लेने के लिए डिपो जाने की भी जरूरत नहीं व्यक्तिगत तौर पर उन्हें घर द्वार राशन पहुंचाने के लिए चौकीदार की ड्यूटी लगाई , बल्कि राशन का सारा खर्चा विनीत ठाकुर अपनी जेब से वहन करेंगे।
युवा अधिकारी विनीत ठाकुर ने बताया कि खत्री राम को पंचायत द्वारा सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि जल्द ही उनके मकान का कार्य भी शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा की जब तक वह शिलाई में तैनात रहेंगे तब तक बुजुर्ग के राशन का सारा व्यय वह अपनी जेब से करेंगे।
अधिकारी के इस जज्बे को लोग सलाम कर रहे है। लोगो ने का कहना है की ऐसे काबिल अधिकारी कम ही होते है जो लोगों के दुःख दर्द को समझे। उनके इस कार्य की लोग भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं।