नाहन (हिमाचलवार्ता)। तीन दिनों से जिला सिरमौर में डेरा डाले बैठी सीबीआई ने आखिरकार आज कालाअंब के एक कारखाने में दबिश दे दी। जिससे ज़िला सिरमौर के उद्योगपतियों के कारीबरियो में हड़कंप मच गया है। सीबीआई ने आज एक साथ चार राज्यों में छापेमारी की।
जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने कालाअंब के उद्योग द्वारा हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स की आपूर्ति का ठेका ऊंचे दाम पर देने के आरोप पर मुंबई (महाराष्ट्र) स्थित निजी कंपनी के निदेशक तथा मेघालय सरकार के परिवहन विभाग के अज्ञात कर्मियों और अन्य अज्ञातों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है।
इसके तार हिमाचल प्रदेश के कालाअंब इंडस्ट्रियल एरिया कालाअंब से भी जुड़ गए है क्योंकि लंबे अरसे से कंपनी का प्लांट यहां पर भी है। सीबीआई के प्रवक्ता के मुताबिक शिलांग (मेघालय), दिल्ली, मुम्बई तथा सिरमौर के कालाअंब में आरोपी के कई स्थानों व सम्बन्धित परिसरों में आज तलाशी की जा रही है। आरोप है कि वर्ष 2013 में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट्स के लिए मेघालय सरकार ने निविदा आमंत्रित की थी । इसमें मुंबई व दिल्ली स्थित तीन निजी कम्पनियों ने निविदा प्रक्रिया में हिस्सा लिया।
आरोप है कि कंपनी के निदेशक ने मेघालय सरकार के परिवहन विभाग के अज्ञात कर्मियों के साथ मिलीभगत में अपने द्वारा नियंत्रित संस्था/कंपनियों के माध्यम से साँठ गाँठ वाली नीलामी की बोली प्रस्तुत कर निविदा प्रक्रिया में धांधली की। यह भी आरोप था कि वर्ष 2005 में यह ठेका कार्य मुम्बई की उक्त निजी कम्पनी को ऊंचे दाम पर आवंटित हुआ।
मेघालय राज्य में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेटों की आपूर्ति हेतु ऊंचे दाम पर अनुमोदन प्राप्त किया। बताते है कि सीबीआई की टीम पिछले तीन दिनों से सिरमौर में डेरा डाले हुए है । सोमवार को ही सीबीआई की टीम नाहन पहुंच गई थी। हालांकि साफ़ नहीं हुआ है लेकिन बताया ये भी जा रहा है कि दिल्ली से ही सीबीआई की टीम कालाअंब पहुंची है। सूत्रों के कहना है कि सीबीआई के राडार पर जिला मुख्यालय नाहन के एक प्रोपर्टी डीलर भी है । अब देखना यह है कि क्या सीबीआई कालाअंब से वापस लौटेगी या दिए अन्य कारोबारियों के ठिकानों पर भी दबिश देगी।