
करीब दो दशक पूर्व तत्कालीन राज्य सरकार द्वारा हॉकी खेल को हिमाचल के माजरा से बाहरी राज्य में स्थानांतरित किए जाने की प्रबल आशंका पर कांग्रेस नेत्री कुंजना सिंह ने जमकर विरोध किया था।
स्थानीय महिला हॉकी खिलाड़ियों का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने अपनी आवाज राज्य से केंद्र सरकारों के समक्ष जोर शोर से बुलंद की थी। परिणामस्वरुप माजरा हॉकी का अस्तित्व बरकरार रहा और आज माजरा का नाम अंतर्राष्ट्रीय ख्याति बटोर रहा है।
कांग्रेस नेत्री कुंजना सिंह ने समस्त विजेता खिलाड़ियों को बधाई देते हुए राज्य सरकार के उस निर्णय का स्वागत किया जिसमें टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता विजेता हॉकी टीम के सदस्य चम्बा निवासी वरुण कुमार को एक करोड़ प्रोत्साहन राशि और डीएसपी पद का ऑफर दिया गया है।
कांग्रेस नेत्री कुंजना सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय खेल को राजनीतिकरण से अलग एक मंच से प्रोत्साहन का ध्येय करार दिया। उन्होने कहा कि खेल और खिलाड़ी हमारे देश की अमूल्य पहचान है इसलिए इस विषय पर कदाचित राजनीति न करते हुए समस्त राजनीतिक दलो को एकजुटता से खेल और खिलाडियों का सम्मान करते हुए हौसला अफजाई की जानी चाहिए ताकि भारत समूचे विश्व में अपनी पुरानी साख को दोबारा कायम करने में सफलता अर्जित कर सके।