साहब ! अब तो आवाज उठाना भी गुनाह है, पुलिस ने चार के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
नाहन (हिमाचलवार्ता)। अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर धरने पर बैठे लोगों पर अब पुलिस ने चाबुक चला दिया है। गोभक्त सचिन ओबरॉय समेत चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
चारों पर आरोप है कि उन्होंने शांतिपूर्वक प्रदर्शन व विश्व शांति के लिए हवन पूजन की अनुमति ली गई थी , लेकिन रामलीला मैदान में बाद में धरना प्रदर्शन शुरू किया गया।
जानकारी अनुसार पांवटा नगर परिषद पांवटा के ईओ ने 22 अक्टूबर को शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें आरोप था कि 16 अक्टूबर को सचिन ओबरॉय ने नगर परिषद के रामलीला मैदान का गौ संरक्षण की अपनी मुहिम के तहत शांतिपूर्वक गो प्रदर्शन व विश्व शांति हेतु हवन पूजन यज्ञ करने की नियमानुसार अनुमति ली थी।
लेकिन बाद में अनुमति की अवहेलना करते हुए सोशल मीडिया में दिनांक 18 अक्टूबर को पोस्ट डालते लिखा कि 19 अक्टूबर से इस मैदान में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का उपयोग करने जा रहे हैं।
नगर परिषद ने इसको गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव 18 अक्टूबर को जारी अनुमति रद्द कर दी। इसके बाद कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद पांवटा साहिब ने थाना पांवटा साहिब में एक शिकायत 22 अक्टूबर को दर्ज करवाई थी।
इस मैदान की साफ सफाई व मैदान को समतल करने का कार्य प्रस्तावित था लेकिन अवैध रूप से मैदान को अस्थायी तौर पर गोमाता सहित कब्जा किए जाने से नगर पालिका मैदान की उचित सफाई करने में असहज महसूस कर रही थी।
शिकायत पर गौभक्त सचिन ओबेरॉय, व्यापार मंडल प्रधान अनिंदर सिंह नोटी, अजय संसरवाल व अश्वनी शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
डीएसपी पांवटा साहिब बीर बहादुर ने पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि चार लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई थी। शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है।