Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई नशा मुक्त भारत अभियान की बैठक
    • विकासखंड संगड़ाह में जिला परिषद के तीनों वार्डों को रखा जाए यथावत – नारायण सिंह
    • आपदाओं से निपटने के लिए जिला में 19 से 31 मई, 2025 तक होगा परिचय अभ्यास कार्यक्रम- प्रियंका वर्मा
    • सिरमौर के सुरेंद्र हिंदुस्तानी को रेलवे विकास निगम में मिली बड़ी जिम्मेदारी
    • बड़े स्तर पर अवैध खनन मारकंडा नदी में हो रहा है : डॉ बिंदल
    • उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Tuesday, May 20
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»गुरु गोबिंद सिंह जयंती आज, 5 चीजों को बनाया सिखों की शान, दी ये बड़ी सीख
    सिरमौर

    गुरु गोबिंद सिंह जयंती आज, 5 चीजों को बनाया सिखों की शान, दी ये बड़ी सीख

    By Himachal VartaJanuary 9, 2022
    Facebook WhatsApp

    नाहन राजीव कुमार 09जनवरी {हिमाचलवार्ता }:-सिखों के 10वें और अंतिम धर्म गुरु गोबिंद सिंह जी की जयंती पर आज देश-दुनिया में सिख समुदाय के लोग प्रभात फेरी निकालते हैं. गुरुद्वारों में शबद कीर्तन का आयोजन और गुरबानी का पाठ किया जाता है. सिखों के इतिहास के सबसे महान योद्धा माने जाने वाले गुरु गोबिंद सिंह की वीरता की कहानियां आज भी लोगों को याद हैं. सिखों के 10वें गुरु गोबिंद सिंह जी की आज जयंती है. उनका जन्म पटना के साहिब में हुआ था. इनके पिता सिखों के दसवें गुरु तेगबहादुर थे. साल 1699 में गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी. गुरु गोबिंद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था. कहा जाता है कि उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा करते हुए और सच्चाई की राह पर चलते हुए ही गुजार दिया था. गुरु गोबिंद सिंह का उदाहरण और शिक्षाएं आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं

    5 चीजों को बनाया सिखों की शान

    गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंत की रक्षा के लिए कई बार मुगलों का सामना किया था. सिखों के लिए 5 चीजें- बाल, कड़ा, कच्छा, कृपाण और कंघा धारण करने का आदेश गुरु गोबिंद सिंह ने ही दिया था. इन चीजों को ‘पांच ककार’ कहा जाता है, जिन्हें धारण करना सभी सिखों के लिए अनिवार्य होता है. गुरु गोबिंद सिंह को ज्ञान,सैन्य क्षमता आदि के लिए जाना जाता है.गुरु गोबिंद सिंह ने संस्कृत, फारसी, पंजाबी और अरबी भाषाएं भी सीखीं थी. साथ ही उन्होंने धनुष-बाण, तलवार, भाला चलाने की कला भी सीखी. गुरु गोबिंद सिंह एक लेखक भी थे, उन्होंने स्वयं कई ग्रंथों की रचना की थी. उन्हें विद्वानों का संरक्षक माना जाता था. कहा जाता है  है कि उनके दरबार में हमेशा 52 कवियों और लेखकों की उपस्थिति रहती थी. इस लिए उन्हें ‘संत सिपाही’ भी कहा जाता था.

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई नशा मुक्त भारत अभियान की बैठक
    • विकासखंड संगड़ाह में जिला परिषद के तीनों वार्डों को रखा जाए यथावत – नारायण सिंह
    • आपदाओं से निपटने के लिए जिला में 19 से 31 मई, 2025 तक होगा परिचय अभ्यास कार्यक्रम- प्रियंका वर्मा
    • सिरमौर के सुरेंद्र हिंदुस्तानी को रेलवे विकास निगम में मिली बड़ी जिम्मेदारी
    • बड़े स्तर पर अवैध खनन मारकंडा नदी में हो रहा है : डॉ बिंदल
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.