20 जनवरी {हिमाचलवार्ता न्यूज़}:- 21 जनवरी को हरियाणा और हिमाचल सरकारों बीच होंगे समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
पौराणिक सरस्वती नदी को पुनर्जीवित करने का भागीरथी प्रयास हरियाणा और हिमाचल सरकार के संयुक्त प्रयासों से शीघ्र फलीभूत होने वाला है। 21 जनवरी शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश सरकार व हरियाणा सरकार के मध्य आदि बद्री में बनने वाले डैम के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जा रहे हैं। यह दिन जहां हिमाचल और हरियाणा सरकार के लिए ऐतिहासिक दिन है वहीं नाहन विधानसभा क्षेत्र की दूरदराज और भौगोलिक दृष्टि से कठिन मातर पंचायत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डा. राजीव बिन्दल ने यह उदगार आज यहां व्यक्त करते हुए कहा कि आदि ब्रदी में डैम के निर्माण से मातर पंचायत के गांव मातर व भेडों के निचले खोलों में बहने वाला बरसाती जल सरस्वती नदी के प्रवाह को दोबारा जीवित करने में अपनी भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि इससे जहां हजारों साल पुराना इतिहास पुनः जी उठेगा, वहीं बद्री नारायण भगवान की तपस्थली आदि बद्री मंत्रों द्वारा स्थापित की गई भगवान की अर्धागिनी माता लक्ष्मी जो मंत्रा माता कहलाई,इतिहास, धर्म, प्राकृतिक सौंदर्य, का अनूठा संगम बनकर उभरेगा और उत्तर भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में शुमार होगा।
डा. बिन्दल ने कहा कि आदि बद्री में डैम बनने से जहां असंख्य श्रद्धालुओं को लाभ होगा वहीं क्षेत्र में पर्यटन को नये पंख लगेंगे। लगभग 35 मीटर उंचाई वाला यह डैम निर्मित होने से लगभग 3 किलोमीटर पीछे तक जल भराव होगा जहां 2-3 स्थानों पर नौकाविहार के शानदार स्थल तैयार हांेगे।
डा. बिन्दल ने कहा कि आज भी लाखों यात्री आदि ब्रदी एवं मंत्रा माता के दर्शन करने आते हैं। डैम के निर्माण से सरस्वती के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों संख्या मंे भारी इजाफा होगा और प्रकृति का आनंद लेने वाले आएंगे। यमुनानगर, जगाधरी, चंडीगढ़, अम्बाला, पंचकुला से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह आस्था और आनंद का संगम स्थल बन कर उभरेगा।
यदि हम नाहन विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो सरस्वती नदी पर बनने वाले इस ऐतिहासिक डैम से जहां नाहन विधानसभा क्षेत्र के लोगों विशेषकर मातर पंचायत के लिए रोजगार के नये अवसर खुलेंगे वहीं मूलभूत सुविधाओं में भी वृद्धि होगी।
डा. बिन्दल ने कहा कि जिस प्रकार महामाया माता बालासुंदरी उत्तर भारत में हरियाणा और हिमाचल की सीमा पर लाखों लोगों की श्रद्धा और आस्था का केन्द्र है ठीक उसी प्रकार मंत्रा माता मंदिर भी इसी प्रकार का आस्था का केन्द्र बन कर उभरेगा।