Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • विमल नेगी की रहस्यमयी मृत्यु ने अनेक सवाल खड़े किए, कांग्रेस सरकार कुछ लोगों को बचाने में जुटी : बिंदल
    • अगली गलती पर पाकिस्तान में नहीं मिलेंगे जनाज़े उठाने और उन पर रोने वाले: अनुराग सिंह ठाकुर
    • भांबी भनोत स्कूल की सुरक्षा दीवार तूफान से गिरी, बड़ी अनहोनी टली
    • कॉलेज डिनोटिफाई कर डे बोर्डिंग स्कूल का दिखावा, कांग्रेस कर रही युवाओं के भविष्य से खिलवाड़: बलदेव तोमर
    • सैन वाला स्कूल की छात्रा ने दुपट्टे से फंदा लगाकर की आत्महत्या
    • सिरमौर में जंगल की आग में भारी गिरावट , इस बार सिर्फ 15 घटनाएं दर्ज : बसंत किरण
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Friday, May 23
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»नहीं रहे आजाद हिंद फौज के सिपाही हीरा सिंह ठाकुर
    सिरमौर

    नहीं रहे आजाद हिंद फौज के सिपाही हीरा सिंह ठाकुर

    By Himachal VartaFebruary 5, 2022
    Facebook WhatsApp

    पच्छाद 05 फरवरी ‌(हिमाचलवार्ता न्यूज़ ) :- आजाद हिंद फौज में रहे एकमात्र प्रदेश के अंतिम फ्रीडम फाइटर्स हीरा सिंह ठाकुर दुनिया को अलविदा कह गए हैं। फ्रीडम फाइटर हीरा सिंह का देहांत आज शनिवार की सुबह 8:30 बजे उनके पैतृक गांव शोटी में हुआ। आजाद हिंद फौज के सिपाही हीरा सिंह ठाकुर का जन्म 2 अक्टूबर 1926 को पच्छाद के शडिया पंचायत गांव सोटी में हुआ था। 95 वर्ष की आयु में अभी तक फ्रीडम फाइटर बिल्कुल तंदुरुस्त है। उनके पोते धीरज के अनुसार 2 दिन पहले उन्हें बुखार हुआ था जिसकी दवा भी उन्होंने ली थी, मगर सुबह अचानक उनका देहांत हो गया।

    उनकी इस दुखद मृत्यु का समाचार सुनकर ना केवल उनका गांव बल्कि पूरा प्रदेश शोक ग्रस्त है। गौरतलब हो कि हीरा सिंह ठाकुर मई 1942 में आजाद हिंद फौज में शामिल हुए थे। आजाद हिंद फौज में बतौर हवलदार सिंगापुर वर्मा नागालैंड तथा आसाम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजादी के संग्राम में जुटे रहे। यही नहीं प्रदेश के अंतिम बचे एकमात्र आजाद हिंद फौज के फ्रीडम फाइटर ने 2 साल दिल्ली लाल किला तथा अटक में कारावास भी भोगा। हीरा सिंह ठाकुर एक मिलनसार और सामाजिक व्यक्ति भी रहे।

    बड़ी बात तो यह है कि लोकतंत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका समझते हुए वह वोट डालने से कभी नहीं चूकते थे। देश के मौजूदा हालातों और नशा तथा रिश्वतखोरी आदि को लेकर अक्सर चिंता भी किया करते थे। हीरा सिंह ठाकुर अक्सर कहा करते थे देश के अधिकतर युवा आजादी क्या होती है यह नहीं जानते। वह यह भी कहा करते थे कि जो आजादी हमें मिली है वह इतनी आसान नहीं थी ना जाने कितने दिन भूखे और कितने दिनों देश और विदेश खतरनाक जंगलों की खाक छानते हुए अंग्रेजों को ललकारा करते थे। आज उनके किस्से इतिहास बनकर रह गए हैं।

    मगर देव भूमि हिमाचल प्रदेश को फक्र होगा कि उसकी कोख से आजाद हिंद फौज के एक जांबाज सिपाही ने जन्म लिया था और उसी माटी में आज फिर से आजाद हिंद फौज का यह सिपाही समा गया है। उनके परिवार में उनके अब दो बेटे और उनके पोते-पोतिया हैं। उनके पोते धीरज अक्सर दादा की मजबूत इरादों और हौसलों को देखकर दूसरों को भी प्रेरणा देते रहे हैं। उनके परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फ्रीडम फाइटर का अंतिम संस्कार शनिवार को किया गया।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • विमल नेगी की रहस्यमयी मृत्यु ने अनेक सवाल खड़े किए, कांग्रेस सरकार कुछ लोगों को बचाने में जुटी : बिंदल
    • अगली गलती पर पाकिस्तान में नहीं मिलेंगे जनाज़े उठाने और उन पर रोने वाले: अनुराग सिंह ठाकुर
    • भांबी भनोत स्कूल की सुरक्षा दीवार तूफान से गिरी, बड़ी अनहोनी टली
    • कॉलेज डिनोटिफाई कर डे बोर्डिंग स्कूल का दिखावा, कांग्रेस कर रही युवाओं के भविष्य से खिलवाड़: बलदेव तोमर
    • सैन वाला स्कूल की छात्रा ने दुपट्टे से फंदा लगाकर की आत्महत्या
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.