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    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»संस्कृति विषयक मौलिक हिंदी पुस्तक लेखन पुरस्कार योजना-वर्ष 2021 के लिए 31 मार्च तक करें आवेदन
    सिरमौर

    संस्कृति विषयक मौलिक हिंदी पुस्तक लेखन पुरस्कार योजना-वर्ष 2021 के लिए 31 मार्च तक करें आवेदन

    By Himachal VartaFebruary 24, 2022
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    नाहन 24 फरवरी {हिमाचलवार्ता न्यूज़}:-संस्कृति विषयक मौलिक हिंदी पुस्तक लेखन पुरस्कार योजना-वर्ष 2021 के लिए 31 मार्च तक करें आवेदन पुरस्कार के लिए 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2021 के अंतर्गत प्रकाशित हुई पुस्तकें ही होंगी स्वीकार्य
    संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संस्कृति विषयक मौलिक हिंदी पुस्तक लेखन पुरस्कार योजना लागू की गई है जिसके अंतर्गत कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान भारतीय संस्कृति, उसकी प्राचीन धरोहर, धर्म, दर्शन, कला आदि किसी भी विषय पर मूल रूप से हिंदी में लिखी एवं प्रकाशित हुई पुस्तकों के लिए प्रविष्टियां 31 मार्च 2022 तक आमंत्रित की गई है। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम ने दी।
    उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत पुस्तक के लेखक केंद्र सरकार, राज्य सरकार या संघ राज्य क्षेत्र के मंत्रालयों, विभागों, उनके संबद्ध या अधीनस्थ कार्यालयों, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, वित्तीय संस्थानों तथा केंद्र सरकार, राज्य सरकार के स्वामित्व में या नियंत्रणाधीन स्वायत्त संस्थाओं, केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों, प्रशिक्षण संस्थानों में सेवारत तथा सेवानिवृत्त अधिकारी व कर्मचारी इस पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकेंगे।
    इस योजना के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार 60 हजार रूपये, द्वितीय पुरस्कार 45 हजार रूपये, तृतीय पुरस्कार 30 हजार रूपये के अतिरिक्त चार प्रोत्साहन पुरस्कार 10 हजार रूपये की राशि के साथ प्रमाण पत्र व स्मृति चिन्ह सहित विजेताओं को दिए जाएंगे। पुरस्कार के लिए 1 जनवरी 2021 से 31 दिसंबर 2021 के अंतर्गत प्रकाशित हुई पुस्तकें ही स्वीकार्य होंगी।
    इसके अंतर्गत लेखक अपनी प्रविष्टि अपने विभाग या विभागाध्यक्ष और सेवानिवृत्त अधिकारी व कर्मचारी अपने पूर्व विभाग के अध्यक्ष द्वारा सत्यापन तथा संस्तुति के साथ संस्कृति मंत्रालय को भेज सकते हैं।
    इस योजना की सामान्य शर्ते व मापदंड के अनुसार पुस्तक के एक से अधिक लेखक होने की स्थिति में प्रत्येक सह लेखक द्वारा अलग-अलग प्रोफॉर्मा भरा जाएगा और प्रमाणित किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत केवल वही पुस्तके स्वीकार्य होंगी जो लेखक की हिंदी में मौलिक रचना होगी। किसी भी सरकारी कार्यालय या संगठन द्वारा पूर्व में पुरस्कृत पुस्तकें इस पुरस्कार योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
    इस पुरस्कार योजना में पीएचडी के लिए लिखे गए शोध कविता, उपन्यास, कहानी व नाटक आदि पुस्तकें पात्र नहीं होंगी। यदि कोई लेखक इस योजना के अंतर्गत पिछले 3 वर्षों के दौरान कोई पुरस्कार प्राप्त कर चुका है हो तो उसकी प्रविष्टि विचारणीय नहीं होगी। पुस्तक कम से कम 100 पृष्ठों की होनी अनिवार्य होगी। इच्छुक व्यक्ति अपनी प्रविष्टि निदेशक (राजभाषा), संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार, भू-तल, जी विंग, शास्त्री भवन, नई दिल्ली-110001 पर भेज सकते हैं।
    इस पुरस्कार से संबंधित और अधिक जानकारी संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट www.indiaculture.nic.in पर उपलब्ध है।
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