श्री रेणुका जी {राजीव कुमार } 22 अप्रैल (हिमाचलवार्ता न्यूज़ ) :- वन परीक्षेत्र संगड़ाह के अंतर्गत आने वाले आरक्षित वन कजवा मे अज्ञात वन काटुओं ने देवदार के 31 पेड़ों का अवैध कटान कर डाला। जानकारी के अनुसार विभाग की टीम द्वारा कजवा गांव के मंदिर से 143 देवदार के छोटे नग अथवा कड़ियां बरामद किए जा चुके हैं। सूत्रों के अनुसार विभाग द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई और अज्ञात लोगों के खिलाफ डीआर काटी जा चुकी है। बताया जा रहा है कि लकड़ी गांव मे मंदिर निर्माण के लिए काटी गई है, हालांकि तहकीकात जारी है।
जानकारी के अनुसार वन काटुओं द्वारा पिछले कंई दिनों से देवदार के पेड़ों पर कुल्हाड़ी अथवा कटर चलाए जा रहे थे। काफी अरसे बाद क्षेत्र मे एक साथ इतने पेड़ों के अवैध कटान का मामला सामने आया हैं और ज्यादातर पेड़ छोटे हैं। आरओ संगड़ाह विद्यासागर ने बताया कि मंदिर से बरामद देवदार के 143 के करीब नग का वोल्यूम 6 क्युविक मीटर से ज्यादा है। उन्होने कहा कि रिजर्व फॉरेस्ट कजवा मे देवदार के कुल 31 छोटे-बड़े पेड़ कटे हुए पाए गए।
विभाग द्वारा एक 407 ट्रक व पिक-अप के माध्यम से जहां कुछ नग अथवा कड़ियां बुधवार देर रात संगड़ाह रैंज कार्यालय लाए गए, वहीं अन्य कड़ियां गुरूवार सांय खबर लिखे जाने तक 2 अन्य पिक-अप गाड़ियों से लाई जा रही थी। जागरूकता के अभाव में भी क्षेत्र के विभिन्न गांव में लोग मंदिरों अथवा आस्थास्थलों के लिए बिना अनुमति के देवदार के पेड़ों का अवैध कटान भी करते हैं और ऐसा करना गलत नही मानते।
डीएफओ रेणुकाजी उर्वंशी ठाकुर ने कहा कि कजवा से देवदार की लकड़ी बरामद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की छानबीन जारी है और आरओ से अधिकारिक रिपोर्ट आना बाकी है। उन्होंने कहा कि विभाग की टीम आरक्षित वन क्षेत्र से लकड़ी काटने वालों का पता लगाने मे जुटी है।