Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • संगड़ाह कॉलेज की करोड़ों की इमारत भूस्खलन और खुदाई से खतरे में
    • चोरी की 2 बाइकों के साथ 3 शातिर गिरफ्तार
    • शिलाई के लोजा स्कूल में बरसात के बीच छत टपकने से शिक्षा बाधित, ‌
    • ढांग रूहाना गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 11वीं-12वीं कक्षाओं के लिए पिछले तीन वर्षों से कोई स्थायी शिक्षक नहीं है।
    • उपायुक्त ने शिलांजी पंचायत के वार्ड सदस्य को अयोग्य करार देते हुए निष्कासित कर रिक्त घोषित किया पद
    • पांवटा साहिब में चोरी के दो आरोपियों को सजा
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Saturday, July 5
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»अब बिना कोल्ड स्टोर के लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी फल और सब्जियां, नौरंगाबाद स्कूल कर रहा शोध।
    सिरमौर

    अब बिना कोल्ड स्टोर के लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी फल और सब्जियां, नौरंगाबाद स्कूल कर रहा शोध।

    By Himachal VartaJune 11, 2022
    Facebook WhatsApp

    नाहन 11‌ जून ( हिमाचल वार्ता न्यूज) :- यदि नौरंगाबाद स्कूल के शिक्षकों और इको क्लब के सदस्यों की जुगत काम आई तो लंबे समय तक हरी सब्जियों और फलों को प्राकृतिक रूप से संरक्षित किया जा सकेगा है। इन दिनों राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद के इको क्लब के सदस्य और शिक्षक प्राकृतिक रूप से सब्जियों को सुरक्षित रखने का पर कार्य कर रही है।

    जानकारी के मुताबिक राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद के इको क्लब के सदस्य छात्रों ने अपने मध्यान भोजन की हरी सब्जियों को लंबे समय तक तरोताजा रखने के लिए मिट्टी व हरे पत्तों के मिश्रण से विशेष प्रकार के बर्तन तैयार किए हैं। इन बर्तनों में हरी सब्जियों को उनके न उगने वाले मौसम में भी प्रयोग किया जा सकता है।

    इन बर्तनों में मिट्टी के वातानुकूलन के गुण व पत्तियों में उपस्थित नमी का प्रयोग किया गया है। इको क्लब प्रभारी डॉ. संजीव अत्री ने बताया कि अभी तक उन्होंने टमाटर , भिंडी और अंगूर पर यह प्रयोग किया है जिन्हे सात दिनों तक सुरक्षित रखने में सफल रहे हैं। डा. संजीव ने कहा कि इस विधि में मिट्टी व हरे पत्तों के मिश्रण से सब्जी के आकार के अनुसार बर्तन बनाया जाता है तथा बर्तन का ढक्कन बर्तन के आकार के मुताबिक ही तैयार किया जाता है।

    उन्होंने कहा कि बर्तन के सूखने के समय 50 प्रतिशत सूख जाने के बाद सब्जियां और फल को बर्तन में रख रखकर ढक्कन से ढक दिया जाता है तथा ढक्कन को मिट्टी लगाकर अच्छे ढंग से बंद कर दिया जाता है। डॉ. संजीव अत्री ने कहा कि बर्तनों को सुरक्षित स्थान पर रख दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने सात दिन तक सब्जियों को सुरक्षित रखने का प्रयोग सफल किया है तथा अब वह 15 दिनों तक को किस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है।

    इस पर कार्य कर रहे हैं डॉ. संजीव ने कहा कि प्राकृतिक रूप से फलों को सुरक्षित रखने का कार्य किया जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार का ना तो कोई केमिकल और ना ही कोई अन्य रसायन प्रयोग किया गया है। यदि यह प्रयोग सफल रहता है तो आने वाले समय में लोगों को लंबे समय तक हरी सब्जियों को सुरक्षित रखने में सहायता मिलेगी। या यूं कहें कि इस प्रयोग के सफल होने के बाद लोगों को अपनी सब्जियों को फ्रिज में रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • संगड़ाह कॉलेज की करोड़ों की इमारत भूस्खलन और खुदाई से खतरे में
    • चोरी की 2 बाइकों के साथ 3 शातिर गिरफ्तार
    • शिलाई के लोजा स्कूल में बरसात के बीच छत टपकने से शिक्षा बाधित, ‌
    • ढांग रूहाना गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 11वीं-12वीं कक्षाओं के लिए पिछले तीन वर्षों से कोई स्थायी शिक्षक नहीं है।
    • उपायुक्त ने शिलांजी पंचायत के वार्ड सदस्य को अयोग्य करार देते हुए निष्कासित कर रिक्त घोषित किया पद
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.