नाहन 24 जून (एसपी जैरथ)( हिमाचल वार्ता न्यूज)हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक मैदान में वजूद तलाश रही आम आदमी पार्टी को जल्द बड़ा जोर का झटका लग सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला सिरमौर से इसकी शुरुआत बहुत जल्द होने जा रही है। पूर्व जिला स्तरीय पदाधिकारी अपने समर्थकों के साथ दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों में से किसी एक को चुन सकते हैं। नाराज धड़े का कहना है कि जब कोई पार्टी को जानता भी नहीं था तो वे टोपियां लगाकर पार्टी की तन-मन-धन से सेवा कर रहे थे।
उनका यह भी कहना है कि कुछ अवसरवादी जहां पदों पर काबिज़ हो गए हैं वही पार्टी से जुड़े कर्मठ कार्यकर्ता उनके द्वारा अनदेखे किए जा रहे हैं। हालांकि आम आदमी पार्टी से जुड़ी एक पूर्व नेत्री भाजपा का दामन थाम चुकी है। मगर 3 दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी उचित अवसर की तलाश में है। जिनमें से प्रमुख जिला स्तरीय पदाधिकारी का जातीय समीकरण काफी मजबूत माना जाता है। ब्राह्मण वर्ग में उनकी काफी मजबूत पकड़ भी मानी जाती है। हालांकि यह गुट कांग्रेस को प्राथमिकता दे रहा है।
मगर हाल में हुई गुटबाजी के साथ झगड़ा प्रकरण के बाद पूरा धड़ा पशोपेश में पड़ गया है। इन लोगों का कहना यह भी है कि टिकट किसी को भी मिले मगर कार्यकर्ताओं को सम्मान मिलना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि पंजाब की जीत के बाद आम आदमी पार्टी प्रदेश में कुछ ओवर कॉन्फिडेंट नजर आ रही है। यही नहीं पुराने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की अनदेखी की जा रही है। इन लोगों का कहना है कि सब कुछ बर्दाश्त किया जा सकता है मगर अनदेखी और स्वाभिमान पर चोट बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
बरहाल, जिला सिरमौर में पड़ रही आम आदमी पार्टी की बुनियाद अब कमजोर पड़ती नजर आ रही है। देखना यह होगा कि भाजपा अथवा कांग्रेस इस नाराज चल रहे आम आदमी पार्टी के बड़े धड़े को कैसे कैश कर पाता है।