नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज) ( एसपी जैरथ)जैसे – जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे ही अब पावंटा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी ताल ठोकने की होड़ शुरू हो गई है। ताजा मामला भाजपा मंडल के पूर्व महामंत्री एवं प्रधान संघ के अध्यक्ष मनीष तोमर ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पावंटा में एक निजी होटल में हुई प्रेस वार्ता के माध्यम से अपनी चुनावी ताल ठोक दी।
मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस बार उनको ही भाजपा टिकट देगी क्योंकि उन्होंने निस्वार्थ भाव से पार्टी की सेवा की है । उनसे यह पूछने पर कि क्या सुखराम चौधरी जो अभी वर्तमान में ऊर्जा मंत्री है क्या उनको टिकट मिलेगा । तो उन्होंने कहा कि उनको टिकट मिलेगा या नहीं मिलेगा उसके बारे में वह कुछ नहीं कह सकते क्योंकि यह शीर्ष पार्टी का काम है । लेकिन हां इस बार का विधानसभा टिकट बीजेपी की तरफ से उनको ही मिलेगा यह जरूर तय है । क्योंकि उन्होंने पूरे निस्वार्थ भाव से बीजेपी पार्टी की सेवा की है ।
उन्होंने कहा कि जब एक चाय बेचने वाला आज पूरे देश का प्रधानमंत्री बन सकता है जिसने अपना नाम ना भारत में चमकाया है बल्कि विश्व में अपना लोहा मनवाया है तो क्या वह एक पार्टी के साधारण कार्यकर्ता होने के नाते वो भी टिकट की दावेदारी कर सकते हैं । पार्टी से टिकट मांगना उनका यह लोकतांत्रिक हक भी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका राजनीति में आने का मकसद मात्र लोगों की सेवा करना है ।
गौरतलब है कि मनीष तोमर आंज-भोज से टॉरुं डण्डा आंज पंचायत के निवासी गंगा सिंह तोमर के बाद दूसरे चुनावी ताल ठोकने वाले व्यक्ति हैं । मनीष तोमर मूल रूप से भैला पंचायत के निवासी है । भाजपा के पूर्व महामंत्री रह चुके हैं । वर्तमान में अपनी पंचायत के प्रधान और प्रधान संघ के अध्यक्ष भी है एक युवा नेता होने के नाते भाजपा का उनको टिकट मिलना संभव भी हो सकता है जिसका मुख्य कारण युवा चेहरों को मौका देना भी हो सकता है।
वही सुखराम चौधरी के अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों को विकास कार्यों करने में असफल भी रहे हैं। यहां तक उन्होंने आंज भोज क्षेत्र से अपने निजी सचिवों में किसी भी युवा कार्यकर्ता को जगह नहीं दी है । उनके सभी सचिव दून के क्षेत्र से आते हैं। दूसरा उनकी मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के साथ ज्यादा नजदीकियां भी नहीं है । तीसरा और अहम कारण पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के चुनाव हारने पर उनके लिए सीट छोड़ने का हो सकता है । बहराहल आगे क्या होगा यह तो वक्त ही बताएगा हां इतना जरूर है कि एक चेले ने गुरु के लिए विधानसभा के इस चुनाव में परेशानियां जरूर खड़ी कर दी। क्योंकि सुखराम चौधरी को मनीष तोमर का राजनीतिक गुरुजी कहा जाता है।