नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज):- ऊर्जा मंत्री का गृह जिला सिरमौर है, बावजूद इसके उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली दे पाने में बिजली बोर्ड फेल हो गया है। बीते करीब 2 सप्ताह से लगातार बिजली के कटों का सिलसिला जारी है। बिजली कट उस समय हद को पार कर गया जब आज रविवार को छुट्टी का दिन है और नाहन के दिल्ली गेट एरिया से लेकर आधा शहर करीब ढाई घंटे से अधिक समय तक बगैर बिजली परेशान रहा।हैरानी तो इस बात की है कि बिजली बोर्ड के अधिकारी विशाल राणा ने कहा कि कट नहीं बल्कि लाइन में फाल्ट पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि फाल्ट ढूंढने में समय लगता है।
अधिकारी का यह भी कहना है कि ऐसे फाल्ट तो बरसात के मौसम में पड़ते रहते हैं। सवाल तो यह उठता है कि जब बिजली बोर्ड के द्वारा लाइन को चाक-चौबंद दुरुस्त आदि करने के लिए पूरा-पूरा दिन का शटडाउन लिया जाता है फिर भी लाइन में फाल्ट कैसे। ऐसे में सवाल यह भी उठता है कि या तो सिर्फ कागजों में ही शटडाउन लेकर लाइन मेंटेनेंस का दिखावा किया जाता है या फिर बिजली बोर्ड के पास काबिल इंजीनियर की कमी पड़ गई है।
बार-बार बिजली की लाइन में फॉल्ट आने से कई लोगों के बिजली के उपकरण तक खराब हो चुके हैं। गर्मी और उमस के बीच उपभोक्ताओं से बिजली को लेकर किए जा रहे खिलवाड़ पर अब सरकार पर भी सवाल उठने लगे पड़े हैं। लोगों का यहां तक कहना है कि 125 यूनिट मुफ्त में बिजली दिए जाने के पीछे यही बड़ा कारण हो सकता है। अधिकतर उपभोक्ताओं का यह कहना है कि जब से सरकार ने 125 यूनिट बिजली फ्री की है तभी से फाल्ट और कट लगातार लगते जा रहे हैं।
वहीं यदि कर्मचारियों की बात करें तो भारी बारिश के बीच भी रानीताल के पास आए फाल्ट को ठीक करने में कर्मचारी डटे हुए थे। सवाल कर्मचारियों के ऊपर नहीं उठाया जा सकता। सवाल तकनीकी तौर पर पूरी बिजली डिस्ट्रीब्यूशन लाइन का आधुनिक करण किया जाना अब जरूरी हो गया है।
बिजली बोर्ड के कर्मचारी अपनी जान को जोखिम में डालकर पुरानी लाइनों पर भारी बारिश के बीच में भी काम पर डटे रहते हैं। बावजूद इसके बिजली की लाइनों में फाल्ट पड़ना बदस्तूर जारी है
राणा ने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिलती रहे इसके लिए हम लगातार प्रयासरत रहते हैं।