Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Breakng
    • उपायुक्त ने शिलांजी पंचायत के वार्ड सदस्य को अयोग्य करार देते हुए निष्कासित कर रिक्त घोषित किया पद
    • पांवटा साहिब में चोरी के दो आरोपियों को सजा
    • मेघा जागरूकता शिविर आगामी आदेशों तक स्थगित-श्रम कल्याण अधिकारी
    • कर्मचारी से मारपीट पर भाजपा ने मंत्री अनिरुद्ध सिंह को बर्खास्त करने की करी मांग
    • उपायुक्त ने बरसात में अप्रिय घटनाओं से बचाव के लिए जारी किए आवश्यक दिशा निर्देश
    • अढाई साल में सरकार ने लिया 33 हजार करोड़ का कर्ज , अब फिर से 1200 करोड़ का ऋण लेने जा रही सरकार : सुरेश कश्यप
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Himachal Varta
    • होम पेज
    • हिमाचल प्रदेश
      • शिमला
      • सिरमौर
      • ऊना
      • चंबा
      • लाहौल स्पीति
      • बिलासपुर
      • मंडी
      • सोलन
      • कुल्लू
      • हमीरपुर
      • किन्नोर
      • कांगड़ा
    • खेल
    • स्वास्थ्य
    • चण्डीगढ़
    • क्राइम
    • दुर्घटनाएं
    • पंजाब
    • आस्था
    • देश
    • हरियाणा
    • राजनैतिक
    Thursday, July 3
    Himachal Varta
    Home»हिमाचल प्रदेश»सिरमौर»पिंजरा लगाने के लिए भी नही है वन विभाग के पास बजट : तपेंद्र
    सिरमौर

    पिंजरा लगाने के लिए भी नही है वन विभाग के पास बजट : तपेंद्र

    By Himachal VartaJuly 21, 2022
    Facebook WhatsApp

    पांवटा साहिब (हिमाचल वार्ता न्यूज) ( एसपी जैरथ) उपमंडल पांवटा साहिब की ग्राम कुंजा मत्ररालियों पहाड़ी कॉलोनी में खूंखार और निडर बंदरों ने आतंक मचाया है, जिसके कारण स्थानीय लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।

    स्थानीय लोगों ने बताया कि यह बंदर इतने निडर  है कि दुकान से बेहिचक सामने से ही सामान उठा कर ले जा रहे है। पहाड़ी कॉलोनी के स्थानीय निवासी रामलाल हांडा ने बताया कि बंदरो ने दो तीन महीनों से नाक में दम करके रखा है।

    उनका कहना है की बच्चों को दुकान से सामान लेने के लिए भेजना, स्कूल भेजना, कंपनी में काम करने वाले मजदूरों, बुजुर्गो, महिलाओं और बच्चों का सड़क पर चलना किसी भी तरह खतरे से खाली नही है।

    गली के लोगों का कहना है की इसकी शिकायत फोन के माध्यम से तीन चार महीने पहले भी की थी। परंतु प्रशासन,वन विभाग से आश्वासन मिलता रहा है।
    आश्वासन इतना लम्बा हो गया है कि बंदरों का आतंक थमने का नाम नही ले रहा उधर लोगों के सब्र का बाँध टूट रहा है।

    उधर स्थानीय लोगों ने वन विभाग को फोन लगाया तो अपने पद से ऊपर वाले साहब का नंबर देकर कहते है। इनसे बात करो, यह सिलसिला यूं ही नही थमा इसके बाद अंतिम में BO का नंबर दिया गया।

    जिसमें उनका यह कहना था की DFO से बात की जाएगी ये सिलसिला चलता रहा लेकिन समाधान अंतिम में यही निकला की पिंजरा लगाने के लिए उनके पास बजट नही है।

    Follow on Google News Follow on Facebook
    Share. Facebook Twitter Email WhatsApp


    Demo

    Recent
    • उपायुक्त ने शिलांजी पंचायत के वार्ड सदस्य को अयोग्य करार देते हुए निष्कासित कर रिक्त घोषित किया पद
    • पांवटा साहिब में चोरी के दो आरोपियों को सजा
    • मेघा जागरूकता शिविर आगामी आदेशों तक स्थगित-श्रम कल्याण अधिकारी
    • कर्मचारी से मारपीट पर भाजपा ने मंत्री अनिरुद्ध सिंह को बर्खास्त करने की करी मांग
    • उपायुक्त ने बरसात में अप्रिय घटनाओं से बचाव के लिए जारी किए आवश्यक दिशा निर्देश
    Recent Comments
    • Sandeep Sharma on केन्द्र ने हिमालयी राज्यों को पुनः 90ः10 अनुपात में धन उपलब्ध करवाने की मांग को स्वीकार किया
    • Sajan Aggarwal on ददाहू मैं बिजली आपूर्ति में घोर अन्याय
    © 2025 Himachal Varta. Developed by DasKreative.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.