नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज):- सैनिक विवाद के चलते करीब डेढ़ दशक से लटकी बनोग-धार-क्यारी सड़क निर्माण को लेकर ग्रीन सिग्नल मिल गया है। सेना अधिकारियों के द्वारा लोक निर्माण विभाग को लेकर अनुमति दे दी गई है। बता दें कि यह सड़क पीएमजेएसवाई के तहत बनाई जाने वाली है। करीब पांच दिन पहले वेस्टर्न कमांड के अधिकारियों, लोक निर्माण विभाग, वन विभाग, आर्मी की तरफ से फर्स्ट पैरा के कर्नल विवेक भंडारी की अध्यक्षता में यह बैठक हुई थी।
बैठक की तमाम जानकारी उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम को विभाग के माध्यम से दे दी गई थी। जिसमें सेना की ओर से कर्नल व अन्य आर्मी रेवेन्यू अधिकारी उपस्थित रहे। बता दें कि इस सड़क निर्माण को लेकर डबल इंजन की भाजपा सरकार के स्थानीय विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने लगातार केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ बराबर संपर्क बना करके रखा। हालांकि मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस के द्वारा इस 300 मीटर के सड़क के टुकड़े को लेकर क्लीन चिट दे दी गई थी।
इस 300 मीटर आर्मी की जमीन को लेकर इतनी ही जमीन किसी और जगह देने की बात कही गई थी। बड़ी बात तो यह है कि इस सड़क के निर्माण के बाद शहर को बाईपास की ऑप्शन भी मिल जाएगी। धार-क्यारी से आगे कांशीवाला तक सड़क के निर्माण का कार्य चला हुआ है। जिसके बाद बनोग से काशीवाला तक बाईपास भी बन जाएगा। हालांकि फिलहाल इस सड़क पर कांशी वाला तक भारी वाहन ले जाना संभव नहीं हो पाएगा।
मगर आने वाले समय में एनएच 407 ए और एनएच 72 की कनेक्टिविटी आपस में जुड जाएगी। जिसके चलते नाहन शहर को भारी ट्रैफिक दबाव से निजात भी मिलेगी। उधर, उपायुक्त जिला सिरमौर आरके गौतम ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि वेस्टर्न कमांड के अधिकारियों के साथ लोक निर्माण विभाग की एक बैठक हुई।
बैठक में सेना के द्वारा सड़क निर्माण की अनुमति दे दी गई है। उपायुक्त ने कहा कि विभाग को साइड डिवेलप करने के लिए कहा गया है। विभाग जल्द ही इस सड़क निर्माण को लेकर टेंडर प्रक्रिया अपनाएगा। बरहाल सरकार व प्रशासन के बेहतर प्रयासों के चलते इस बाईपास को मंजूरी मिलने के बाद क्षेत्र में खुशी की लहर भी है।
इस बैठक में फर्स्ट पैरा के कर्नल विवेक भंडारी, अम्बाला डिफेन्स के स्टेट ऑफिसर अनुराग दीक्षित, लोक निर्माण विभाग से एक्सईएन वीके अग्रवाल, दलवीर राणा, जिला रेवेन्यू अधिकारी नारायण चौहान, तहसीलदार माया राम, डीएफओ बलदेव सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।