नाहन (हिमाचल वार्ता न्यूज) : -गुज्जरों के अधिकार एसटी के अधिकार को बचाने के लिए के लिए गुज्जर समाज राजनीतिक पार्टियों से इस्तीफा देंगे। साथ ही अगर इस पर कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई तो इसको लेकर हिमाचल के हरेक जिला और विस् क्षेत्र में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस पर गौर नहीं किया गया तो जंतर मंतर पर बैठ कर आवाज क़ो बुलंद किया जाएगा। यह बात गुज्जर समाज कल्याण परिषद ने नाहन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही । 21 सितंबर 2022 को कालाअंब में गुज्जर महासम्मेलन किया गया। इसमें 3000 लोगों ने भाग लिया यह आंदोलन गुर्जरों के अधिकार एसटी के अधिकार को बचाने के लिए था और इसी कड़ी में इस महासभा में आम राय से जो फैसले लिए गए। उन पर आगे की कार्य योजना (रोड मैप ) एसटी अधिकार बचाओ समिति विचार करेगी
गुज्जर समाज कल्याण परिषद के प्रधान हंसराज भाटिया ने कहा कि सबसे पहले हम जिला सिरमौर के पांचों विधायकों को ज्ञापन सौंपेंगे कि हमारे एसटी के अधिकार को हाटियों से बचाया जाए। यह कार्य कल से ही शुरू होगा। उन्होंने कहा कि उसके बाद एमपी महोदय को ज्ञापन दिया जाएगा। साथ ही अगला हमारा कदम सांकेतिक भूख हड़ताल होगा जो 26 सितंबर को की जाएगी। उन्होंने कहा कि 29 सितंबर को हमारी महिलाएं धरना प्रदर्शन करेंगी जबकि जनजातीय मामले मंत्री हिमाचल प्रदेश को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
ग़ुज्जर कल्याण युवा मोर्चा के प्रधान नविन चौधरी ने बताया कि हमारे एसटी कोटे क़ो सुरक्षित रखा जाए। अगर हमारे अधिकार से कोई छेड़छाड़ की गई तो इसे बर्दाश्त नही किया जाएगा। अगर छेड़छाड़ की जाती है तो युवा सचिवालय में प्रदर्शन व मुख्यमंत्री को फिर ज्ञापन दिया जाएगा। यदि फिर भी प्रदेश सरकार द्वारा हमारे हक नही बचाए गए तो उसके बाद शिमला चलो के नारों के साथ शिमला में विशाल रैली का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि सचिवालय में प्रदर्शन होगा। अगर फिर भी एसटी अधिकारों का संरक्षण नहीं किया तो मजबूरन राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश के सभी एसटी समुदायों के साथ जंतर मंतर पर हम आमरण अनशन करेंगे।